प्रभारी मंत्री राजवाड़े ने अनशनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप विश्वास रखिए, एक भी घर नहीं टूटेगा। हम आपके साथ हैं। यह मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में है और हम लगातार बात भी कर रहे हैं और मैं विश्वास दिलाता हूं कि किसी का घर नहीं टूटेगा।
यहां भी नोटबंदी का जिक्र करने से नहीं चूके मंत्री
विगत 58 दिनों से सर्वदलीय मंच के बैनर तले दोनों ही प्रमुख दल भाजपा व कांग्रेस प्रभावितों को उनका हक दिलाने कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं लेकिन यहां पहुंचे प्रभारी मंत्री अपनी राजनीति करने से नहीं चूके। उन्होंने अनशन स्थल से नोटबंदी का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस द्वारा मनाए गए काले दिवस को लेकर भाषण देना शुरू कर दिया।
क्या क्रमिक अनशन समाप्त कर दें
प्रभारी मंत्री के आत्मविश्वास से भरे आश्वासन को सुनकर सभा समाप्ति के बाद बाहर लोगों की भीड़ ने मंत्री जी को घेर लिया और पूछा कि यदि आपको पूरा भरोसा है कि हमारा घर नहीं टूटेगा तो क्या हम सभी अपना क्रमिक अनशन समाप्त कर दें। इस पर प्रभारी मंत्री ने चुप्पी साध ली और कहा कि 15 नवम्बर को हम पुन: आंएगे तब चर्चा करेंगे। इस पर लोगों ने कहा कि हम सब विगत 58 दिनों से अनशन पर है परंतु अब तक प्रशासन की तरफ से कोई भी सुध लेने नहीं पहुचा। इस पर प्रभारी मंत्री ने कलक्टर से बात कर किसी को भेजने की बात कही।
भाजपाई कर रहे राजनीति
हमें अध्यक्ष द्वारा यह कहकर बुलाया गया था कि प्रभारी मंत्री से सर्वदलीय बैनर तले नगर की समस्या को रखना है। लेकिन संचालनकर्ताओं ने इस कार्यक्रम को भाजपामयी कर मुद्दे से भटकते हुए प्रभारी मंत्री कांग्रेसियों को कोसने लगे जबकि मुद्दा नगर बचाने का था। जबकि सर्वप्रथम नगर की समस्या को लेकर कांग्रेसियों ने पुनर्विचार याचिका एवं अध्यादेश लाने की बात रखी व भाजपाई केवल राजनीति कर रहे हैं।
बलराम शर्मा, विधायक प्रतिनिधि
मंच को भाजपामय बनाने की कोशिश
हम सर्वदलीय मंच के तले लोगों के लिए एकजुट है परंतु उसे भाजपामय बनाने की कोशिश की जा रही है। जबकि उन्हें ऐसा विपक्ष कहा मिलेगा जो नगर की समस्या को लेकर स्वयं सरकार से अध्यादेश लाकर लोगों को बचाने की मांग कर रहा है। नेेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने भी इस पर पत्र लिखा है। भीड़ में सभी दलों को बुलाकर ऐसी ओछी राजनीति करना कहीं से भी सही नहीं है।
दीप्ति स्वाईं, जिलाध्यक्ष महिला कांग्रेस