यहां उन्होंने आलमारी समेत पूरे बंगले को खंगाल डाला। चोरों ने आराम से बंगले के डायनिंग हॉल में बैठकर बिस्किट भी खाया। सुबह ड्यूटी पर पहुंचे होमगार्ड के जवान ने जब बंगले का ताला खोला तो मामला खुला। इसकी सूचना उसने पुलिस को दी। जज के बंगले में चोरी की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
वे दौड़े-दौड़े बंगले में पहुंचे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बंगले से एक एलईडी गायब है। चोरों ने और कौन-कौन से सामान पार किए हैं, यह व्यवहार न्यायाधीश व न्यायिक मजिस्ट्रेट के आने के बाद ही पता चल पाएगा।
गांधी चौक से लगे व्हीआईपी इलाके में पूर्व गृहमंत्री रामविचार नेताम के बंगले के सामने व्यवहार न्यायाधीश व न्यायिक मजिस्ट्रेट अपूर्वा खरे का बंगला स्थित है। वे 9 नवंबर को नेशनल एकेडमी ट्रेनिंग में भोपाल गई हुई हैं। इस दौरान बंगले की देखरेख होमगार्ड के जवान श्रीधर चतुर्वेदी करता है। होमगार्ड का जवान सोमवार की शाम ड्यूटी खत्म कर घर चला गया था।
मंगलवार की सुबह वह जब ड्यूटी पर पहुंचा और गेट तथा बंगले का ताला खोलकर भीतर घुसा तो वहां का नजारा देख सन्न रह गया। कमरे में सारा सामान बिखरा पड़ा था। अलमारी भी खुली हुई थी। डायनिंग हॉल में बिस्किट भी टेबल पर पड़ा था। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि चोरों ने आराम से बैठकर बिस्किट खाया है।
इसकी जानकारी उसने तत्काल पुलिस को दी। सूचना मिलते ही गांधीनगर टीआई, कोतवाली टीआई, क्राइम ब्रांच प्रभारी, फोरेंसिक एक्सपर्ट व डॉग स्क्वायड की टीम बंगले में पहुंची। पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। वहीं फोरेंसिक एक्सपर्ट द्वारा चोरों के फूट व फिंगर प्रिंट लिए गए। चोरों का सुराग लगाने डॉग स्क्वायड की भी मदद ली जा रही है। रिहायशी इलाके में चोरी से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
बंगले से एलईडी गायब
होमगार्ड के अनुसार बंगले की एलईडी गायब है। चोरों ने आलमारी व बंगले के अन्य कमरों से कितनी नकदी व कौन-कौन सा सामान पार किया है, इसकी जानकारी फिलहाल नहीं लग सकी है। व्यवहार न्यायाधीश व न्यायिक मजिस्ट्रेट के आने के बाद ही चोरी की वास्तविक स्थिति का पता चल सकेगा।
पीछे के रास्ते से घुसे चोर
पुलिस की अब तक की जांच में यह पता चला है कि चोर बंगले के पीछे के हिस्से से बंगला परिसर में दाखिल हुए और खिड़की के रॉड को फैलाकर भीतर घुसे। वारदात को अंजाम देने के बाद चोर खिड़की से निकले और सीढ़ी लगाकर बाहर निकल गए।
रात में बंगले को देखने कोई नहीं
बताया जा रहा है कि होमगार्ड की ड्यूटी सुबह से शाम तक ही रहती है। रात में बंगले की देखरेख के लिए किसी की ड्यूटी नहीं लगाई गई है। इसका फायदा ही चोरों द्वारा उठाया गया। वे आराम से बंगले में दाखिल हुए और वारदात को अंजाम देकर चले गए।
चोरों ने पुलिस के लिए पेश की चुनौती
यूं तो शहर में पहले भी कई चोरियां हो चुकी हैं लेकिन व्हीआईपी इलाका भी चोरों से अब सुरक्षित नहीं रहा। इन इलाकों में 24 घंटे पुलिस सुरक्षा के लिए गार्ड तैनात रहते हैं। चोरों ने वारदात को अंजाम देकर एक बार फिर पुलिस के लिए चुनौती पेश की है। जिस जगह पर चोरी हुई वहां मंत्रियों, प्रशासनिक अधिकारियों सहित पुलिस के आला अधिकारियों का बंगला भी स्थित है।
व्यवहार न्यायाधीश व न्यायिक मजिस्ट्रेट के घर हुई चोरी की इस वारदात ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। पुलिस द्वारा शहर में रात्रि गश्त का दावा भी किया जाता है लेकिन व्हीआईपी इलाके में हुई इस चोरी की वारदात ने इसकी पोल भी खोल दी है। यह एरिया गांधीनगर थानांतर्गत आता है।