बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के ग्राम पंचायत देवीगंज की आंगनबाड़ी सहायिका कविता पाल पति कमलेश पाल शनिवार की सुबह 9 बजे ग्राम पंचायत मितगई के अफरोज के मिल में सरसों का तेल निकलवाने गई थी। यहां पर मिल चलने के दौरान साड़ी के फंसने से आंबा सहायिका पट्टे के चपेट में आ गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पर रामानुजगंज पुलिस मौके पर पहुंची व मृतका के शव का पीएम कराकर परिजन को सौंप दिया।
उत्कृष्ट कार्यों से थी पहचान
एक ओर जहां ग्रामीण क्षेत्रों के आंगनबाड़ी से कई शिकायतें आती रहतीं हैं वहीं जहां कविता पाल पदस्थ थी वहां वह हमेशा उत्कृष्ट कार्यों के लिए पहचानी जाती थी। उसकी प्रशंसा ग्रामवासी एवं कई बार अधिकारी भी कर चुके थे।
4 बच्चों के सिर से उठा मां का साया
आंगनबाड़ी सहायिका (Anganbadi helper) कविता के चार बच्चे हैं। मृतका की तीन बेटियां व एक बेटा है। बड़ी बेटी 15 साल की है तो वही सबसे छोटा लड़का 4 वर्ष का है जिनके सिर से मां का साया उठ गया। घटना के बाद बच्चे एवं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।