शहर के गाड़ाघाट स्थित शराब दुकान के कर्मचारी से किसी बात को लेकर रविवार रात केनाबांध निवासी अभिषेक तिवारी विवाद कर रहा था। कर्मचारी की सूचना पर डायल 112 (Dial 112) की टीम मौके पर पहुंची। डायल 112 में पदस्थ आरक्षक जगसाय ने अभिषेक तिवारी को विवाद न करने की समझाइश देते हुए घर जाने की सलाह दी।
अधिकारियों ने पकड़ा
युवक के वाहन से कूदकर भाग जाने की सूचना डायल 112 के आरक्षकों द्वारा दी गई। इसके बाद कोतवाली टीआई समेत अन्य पुलिसकर्मियों ने रात में ही युवक की खोजबीन की और हिरासत में ले लिया। आरक्षक की शिकायत पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
पुलिस महकमा भी सहमा
पुलिसकर्मियों पर एक के बाद एक हो रहे हमले से पुलिस महकमा (Police department) भी सहमा हुआ है। सूत्रों के अनुसार रात में जब आरक्षक ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराना चाहा तो आवेदन देने से उसे मना किया गया।
पिछले 10 दिन में अंबिकापुर में आरक्षकों पर हमले (Attack on police) व मारपीट की 3 घटनाएं सामने आ चुकी है। पहली घटना 27 फरवरी की रात कोतवाली परिसर में घटित हुई थी, जबकि दूसरी घटना 5 मार्च को हुई थी। इसमें पिता-पुत्र ने घर में घुसकर आरक्षक का सिर फोड़ दिया था। इसके बाद यह तीसरी घटना हो गई।