अंबिकापुर. सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ की भक्ति चरम पर है। मंदिरों व बाबा के धाम में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। जशपुर जिले के कैलाश गुफा में भोलेनाथ का जलाभिषेक करने इस वर्ष भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। इससे पूर्व उन्होंने मंगलवार की सुबह शंकरघाट स्थित बांक नदी से जल भरा और कांधे पर कांवर लेकर पैदल ही करीब 65 किमी दूर निकल पड़े। कांवरियों ने बाबा नगरिया दूर है-जाना जरूर है, बोल-बम-बोल-बम, बोल-बम का नारा है-बाबा एक सहारा है के नारों से आकाश को गुंजायमान कर दिया।
अंबिकापुर. सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ की भक्ति चरम पर है। मंदिरों व बाबा के धाम में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। जशपुर जिले के कैलाश गुफा में भोलेनाथ का जलाभिषेक करने इस वर्ष भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। इससे पूर्व उन्होंने मंगलवार की सुबह शंकरघाट स्थित बांक नदी से जल भरा और कांधे पर कांवर लेकर पैदल ही करीब 65 किमी दूर निकल पड़े। कांवरियों ने बाबा नगरिया दूर है-जाना जरूर है, बोल-बम-बोल-बम, बोल-बम का नारा है-बाबा एक सहारा है के नारों से आकाश को गुंजायमान कर दिया।