अनुराग ने कहा है कि उक्त मंजर बेहद हृदय विदारक, मन को झकझोर देने वाला व भारी पीड़ादायक था। स्वास्थ्य मंत्री के गृह क्षेत्र में इस प्रकार की लापरवाही चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था व विभागीय नाकामी को सिद्ध करने के लिए पर्याप्त है।
सीएमएचओ और बीएमओ को निलंबित करने की मांग
अनुराग ने कहा है कि बालिका की मृत्यु इंजेक्शन लगाने के बाद किन कारणों से हुई, साथ ही यदि मृत्यु संदेहास्पद थी तो उसका पोस्टमार्टम क्यों नहीं किया गया। उन्होंने पूरी घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग करते हुए इस अक्षम्य लापरवाही के लिए बीएमओ के साथ ही सीएमएचओ को भी निलंबित करने की मांग की है।
दोषी पर कार्रवाई व 5 लाख मुआवजे की मांग
प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने कहा कि जिम्मेदार व्यक्ति व दोषी अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ तत्काल एफ आईआर दर्ज की जानी चाहिए, साथ ही मृतका के परिजनों को 5 लाख मुआवजा शासन द्वारा तत्काल दिया जाए।
स्वास्थ्य मंत्री भूल गए हैं कर्तव्य
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में जनता के प्रति अपना कर्तव्य भूल गए हैं। इसके चलते सरगुजा ही नहीं बल्कि पूरेे प्रदेश की जनता बद्तर स्वास्थ्य व्यवस्था का अभिशाप भोगने के लिए बाध्य है।