वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कहा कि हमने तो राष्ट्रीय संगठन मंत्री व पूर्व भाजपा अध्यक्ष कुशाभाऊ ठाकरे की बेहतर कार्यशैली को भी देखा है। वर्तमान राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री के काम करने के तरीके की बात करें तो उनके अंहकार की वजह से आज पार्टी की ये स्थिति हुई है।
कार्यकर्ताओं से बात करना वे उचित नहीं समझते हैं, पूरी पार्टी को एक सिंडिकेट की तरह चला रहे है। इसकी वजह से विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ताओं ने पूरे मन से काम नहीं किया।
सरगुजा संभाग की सभी 14 सीटों पर विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद भाजपा जिला कार्यसमिति की पहली बैठक आयोजित की गई। बैठक के मुख्य अतिथि प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जोगेश लाम्बा थे।
सरगुजा संभाग की सभी 14 सीटों पर विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद भाजपा जिला कार्यसमिति की पहली बैठक आयोजित की गई। बैठक के मुख्य अतिथि प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जोगेश लाम्बा थे।
उन्होनें कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनेगी, यह किसी को अनुमान नहीं था स्वयं कांग्रेस को भी उनके सत्ता में आने का भरोसा नहीं था। कांग्रेस की सरकार का बनना महज दुर्घटना है। फिर भी हम जनता के फैसले का सम्मान करते हैं तथा विपक्ष में अपनी प्रभावी भूमिका के लिये तैयार हैं।
बैठक में सरगुजा विधानसभा चुनाव के तीनों सीट पर मिली हार पर समीक्षा करने के साथ ही कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की राय ली गई। भाजपा की हार के बाद पार्टी के कार्यकर्ता जहां नाराज थे, वहीं पदाधिकारी इस हार को पार्टी के ऊपर लेबल पर बैठे लोगों को बताया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के वरिष्ठ सदस्य व भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय सदस्य अनिल सिंह मेजर ने कहा कि हमने राष्ट्रीय संगठन मंत्री व पूर्व भाजपा अध्यक्ष कुशाभाऊ ठाकरे को भी देखा है। जो कार्यकर्ताओं के राय को उतना ही महत्व देते थे, जितना वरिष्ठ पदाधिकारी के सुझाव को मिलता था।
वे हमेशा कार्यकर्ताओं से मिलने में कभी संकोच नहीं करते थे। उनके सहज व सरल स्वभाव की वजह से हमेशा पार्टी के कार्यकर्ता अपनी राय रखने से नहीं डरते थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह जो हमेशा जिले में समीक्षा करने आते थे लेकिन सिर्फ चंद लोगों से मिलकर चले जाते थे। उनकी अहंकार की वजह से आज पार्टी को करारी हार मिली है।
मुझ जैसा कार्यकर्ता भी उनसे बात करने में डरता था, क्योंकि उनसे बात करने में ऐसा लगता था कि कभी भी विवाद हो जाएगा। जब राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री इतने अहंकार में है तो उनसे निचले स्तर के पदाधिकारियों में भी यह आ गया। इसकी वजह से निचले स्तर के कार्यकर्ता ने चुनाव में काम तो किया, लेकिन पूरे मन से नहीं।
चुनाव से पूर्व पार्टी में कार्यकर्ताओं की एक न सुनी गई। त्रिलोक कपूर कुशवाहा ने अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि नगर निगम में मिली हार के बाद ही समीक्षा होनी चाहिए थी लेकिन नहीं हुई। संगठन व मंत्री कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनते थे।
नगर निगम चुनाव में टिकट देने के लिए बनी समिति में 15 वर्ष तक रहे मेयर रहे प्रबोध मिंज तक को शामिल नहीं किया गया। पार्टी का अगर भला चाहते हैं तो अभी भी अपेक्षित, उपेक्षित व वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का सम्मान करें और लोगों से मिले।
पार्टी में हाइप्रोफाइल कल्चर हावी
मुरारी बसंल ने कहा कि पूरी पार्टी में हाईप्रोफाइल कल्चर र हावी हो गई थी। जनप्रतिनिधि व मंत्री गाड़ी का कांच चढ़ाकर चलते थे, वे कार्यकर्ता व जनता से दूर हो गए थे। कार्यकर्ताओं से कभी राय नहीं लिया गया। इसकी वजह से पिछले तीन बार से हम सभी चुनाव हार रहे हैं।
इंजीनियर सोमनाथ सिंह ने कहा कि पहले प्रदेश के पदाधिकारी एकजुट हो जाएं, फिर हमें एकजुटता की सीख दें। अंबिकापुर में लोग वरिष्ठों का सम्मान करने से कतराते हैं। आज हम जिस जगह पर बैठे हैं उसकी जमीन देवेश्वर शरण सिंहदेव ने दी है। लेकिन आज उन्हें भी उपेक्षा का शिकार होना पड़ रहा है।
मंच पर बैठे लोग पुराने लोगों का नाम लेने से करते हैं परहेज
राजकुमार बसंल ने कहा कि मंच पर जो लोग बैठे हैं वो पुराने लोगों का नाम लेने से परहेज करते हैं। उन्होंने वरिष्ठों की पूरी पीढ़ी ही खत्म कर दी। लोगों के घर जाएं, मिले तब हमे सफलता मिलेगी। इस दौरान अखिलेश सोनी ने कहा कि हम हारे हैं लेकिन हमारा मनोबल कम नहीं हुआ है। लोकसभा चुनाव के लिए अभी से तैयार रहना है।
भीड़ देख किया हमेशा गलत आंकलन
भाजपा महिला प्रदेश मंत्री सावित्री जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री रमन सिंह जब आते थे तो प्रशासन द्वारा जुटाई भीड़ को देख उनके द्वारा हमेशा गलत आंकलन किया गया। पार्टी कभी भी कार्यकर्ताओं के दुख में खड़ी नजर नहीं आई। छोटे कार्यकर्ताओं को महत्व ही नहीं दिया गया।
15 वर्ष में कार्यकर्ता ही नहीं जोड़ पाए
कैलाश मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह ने सुझाव लिए और कहा कि ३ माह बाद आउंगा लेकिन ९ माह बाद आए और १० नए कार्यकर्ता का भी नाम नहीं जोड़ पाए। आज कई ऐसे कर्मठ कार्यकर्ता हैं, जो कांग्रेस की जीत पर पटाखा फुटते ही रो देते हैं। उन्होंने जोगेश लाम्बा से कहा कि दिल बड़ा कीजिए, अपेक्षित व उपेक्षा से बाहर निकलें। 15 वर्ष में अगर पार्टी ने कार्यकर्ता नहीं बनाए तो क्या किया, इसपर सोचना होगा।
धर्मांतरण को बताया वजह
भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरगुजा में काफी तेजी से धर्मातंरण हो रहा है। कुछ नेता इस दिशा में काम कर रहे हैं। ऐसा ही अगर रहा तो आने वाले दिनों में यही नेता जीत और हार तय करेंगे।