गौरतलब है कि 13 मार्च को ग्राम सरमना में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। प्रथम दृष्टया ही मामला हत्या का प्रतीत हो रहा था। पीएम रिपोर्ट में भी हत्या की पुष्टि होने पर पुलिस मृतक की शिनाख्त करने में जुट गई। वाट्सएप ग्रुप में उसकी फोटो पुलिस ने वायरल की थी, इसी के आधार पर मृतक की पहचान ग्राम तेलईधार निवासी जगमोहन लोहार के रूप में उसके परिजनों ने की।
फिर परिजन से पूछताछ के आधार पर पुलिस को जानकारी मिली कि मृतक का ग्राम नकना की बेवा महिला परसिता तिर्की से अवैध संबंध था। मृतक का ग्राम नकना में आना-जाना होता था। छेरता त्योहार में महिला के बेटे अमित तिर्की ने इसी बात को लेकर मारपीट भी की थी। इसके बावजूद 9 मार्च को होली मनाने ग्राम नकना जाना चाह रहा था, लेकिन परिजनों ने उसे जाने से मना कर दिया।
फिर वह सुबह लगभग 3-4 बजे साइकिल से घर से महिला के पास जाने ग्राम नकना निकल गया, जब परिजन ने उसे घर में नहीं पाया तो सोचा कि कहीं घूमने निकला होगा, लौट आएगा, लेकिन वह तीन दिन तक नहीं लौटा था।
इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने ग्राम नकना स्कूलपारा निवासी 21 वर्षीय अमित कुमार तिर्की को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपने बहनोई सीतापुर क्षेत्र के बटईकेला घोड़ापारा निवासी अमरदीप बेक पिता पलस राम के साथ मिलकर जगमोहन लोहार की हत्या करने का जुर्म कबूल लिया।
अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में बतौली थाना प्रभारी सलीम तिग्गा, एसआई उजिन मिंज, एएसआई शिवचरण साहू, आरक्षक सैनाथ लकड़ा, मुनेश्वर पन्ना, धनकेश्वर यादव, सहायक आरक्षक जोगी बड़ा सक्रिय रहे।
बोरी में लाश भरकर लगाया ठिकाने
आरोपी अमित ने बताया कि मृतक का उसकी मां से अवैध संबंध था, इस बात को लेकर वह काफी नाराज रहता था। 11 मार्च की रात उसने जगमोहन को मां के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा तो आक्रोशित हो गया। उसने मां के साथ टांगी के बट से मारपीट शुरू कर दी तो मौका पाकर जगमोहन वहां से फरार होकर एक घर के पीछे जाकर छिप गया।
होली मनाने के लिए अमित का बहनोई अमरदीप बेक भी उसके घर आया था। मां के साथ मारपीट करने के बाद अमित बहनोई के साथ मिलकर जगमोहन को खोजने लगा। इसी दौरान जगमोहन उन्हें घर के पीछे छिपा मिल गया। यहां आरोपियों ने टांगी व डंडे से हमला कर जगमोहन को मौत के घाट उतार दिया।
फिर शव को एक नाले के पास रखकर घर चले आए। कुछ देर बाद दोनों एक बोरी लेकर लौटे और शव को बोरी में भरकर बाइक से ग्राम सरमना में लाकर फेंक दिया। यहां उन्होंने खून लगी बोरी को पेट्रोल डालकर जला दिया, फिर घर लौटने के बाद अपने कपड़ों को भी घर के पीछे पेट्रोल डालकर जला दिया।
सामान्य दिनचर्या में लग गए थे आरोपी
पुलिस को शक न हो, इसके लिए दोनों आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद सामान्य दिनचर्या में रह रहे थे। अमरदीप अपने गांव लौटकर काम में लग गया था। इधर अमित भी सामान्य तरीके से रह रहा था, लेकिन मृतक के परिजनों से मिली अहम जानकारी के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को धर दबोचा। उनके पास से घटना में प्रयुक्त टांगी व डंडा भी जब्त किया गया।
सरगुजा जिले में हत्या की खबरें पढऩे के लिए क्लिक करें- Murder in Surguja