सूरजपुर जिले के ग्राम ऊंचडीह निवासी 55 वर्षीय सियंबर विश्वकर्मा सिगरेट व शराब पीने का आदी था। 13 सितंबर की रात को घर में जमीन में बिस्तर लगा कर सो रहा था। इस दौरान मिट्टी तेल उसके बिस्तर पर पहले से गिरा था। इसकी जानकारी उसे नहीं थी। (burnt alive)
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तोड़ा दम
बिस्तर की आग से सियंबर गंभीर रूप से झुलस चुका था। परिजन उसे इलाज के लिए सूरजपुर अस्पताल ले गए। यहां उसकी हालत को गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने उसे बेहतर इलाज के लिए अंबिकापुर मेडकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। ग्रामीण की मौत से उसके परिजनों में मातम पसर गया है।