बलरामपुर जिले के ग्राम डुमरखोरवा निवासी 25 वर्षीय माया ङ्क्षसह पति इंद्रदेव सिंह के सास-ससुर रविवार की दोपहर जिउतिया पर्व की पूजा करने पड़ोस के घर गए थे। इस दौरान माया अपने पति इंद्रदेव के साथ घर में थी। अचानक चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोस में पूजा कर रहे उसके सास-ससुर दौड़कर घर पहुंचे तो बहू आंगन में जल (Burnt alive) रही थी।
भाई ने लगाया प्रताडऩा का आरोप
घटना की जानकारी मिलने पर मायके वाले मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। यहां मृतिका के भाई गोविन्द सिंह ने बयान में पुलिस को बताया कि पति उसकी बहन के साथ आए दिन विवाद करता था। वह मायके से घरेलू सामान मांगने के लिए बहन को परेशान करता था। प्रताडऩा से तंग आकर बहन ने आत्महत्या की है।
पति नहीं पहुंचा अस्पताल
महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोस में पूजा कर रहे सास-ससुर अपने घर पहुंचे तो बहू जल रही थी, जबकि घर में ही पति था। उसने आग बुझाने (Burnt alive) का भी प्रयास नहीं किया।
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