दरअसल वर्ष 2021-22 के लिए शासन द्वारा पूरी राशि का आवंटन सीजीएमएससी के हवाले कर दिया गया है। सीजीएमएससी समय पर मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर को सामान खरीदी के लिए राशि का भुगतान नहीं कर पा रहा है। इससे मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन को उधार में लेकर सामग्री उपलब्ध कराना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2021-22 के लिए प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों को नियमित आपूर्ति वाली सामग्रियों के लिए 9.9 करोड़ रुपए जारी किए गए थे। लेकिन यह राशि सीजीएमएससी को सीधे जारी कर दिया गया है।
सीजीएमएससी को कई बार लिखा जा चुका है पत्र
अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल द्वारा जरूरी समान खरीदी करने के लिए कई बार सीजीएमएसी को पत्र लिखा जा चुका है। इसके बावजूद भी सीजीएमएससी सामान खरीदने के लिए राशि उपलब्ध नहीं करा रहा है। एक तरफ सीजीएमएससी अपनी मनमानी पर अडिग है, वहीं मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर द्वारा लिखे गए पत्र का जवाब भी नहीं दे रहा है।
उधार से चल रहा है काम
मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि पूरी राशि सीजीएमएससी को आवंटन किए जाने के बाद अप्रैल माह से अब तक न तो मेडिकल कॉलेज को मास्क, रुई, पट्टी आदि उपलब्ध हो पाई है और न ही खरीदी के लिए कोई व्यवस्था की गई है। प्रबंधन द्वारा स्थानीय दुकानदारों से आवंटन प्रत्याशा में सामग्री की खरीदी की जा रही है, जिससे अब तक लाखों रुपए का कर्ज अस्पताल प्रबंधन का हो चुका है।
उधार में सामान लेकर चलाया जा रहा काम
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिए आवश्यक सामान खरीदी के लिए जा रही शासन द्वारा पूरी राशि सीजीएमएससी के हाथों चले जाने से परेशानी बढ़ गई है। उधार में सामान लेकर काम चलाया जा रहा है। सीजीएमएससी जब राशि उपलब्ध कराएगा तो भुगतान किया जाएगा।
डॉ. लखन सिंह, अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज अस्पताल