सरगवां पंचायत के ग्रामीणों ने उप सरपंच की उपस्थिति में मंगलवार को एक बैठक आयोजित की। बैठक में लोगों ने जिम्मेदार निर्माण कंपनी व ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्णय लिया है।
अंबिकापुर-प्रतापपुर मार्ग का कार्य सड़क विकास निगम के माध्यम से शासन द्वारा कराया जा रहा है। सड़क का काम गावर कन्सट्रक्शन कम्पनी को सौंपा गया था। ठेका कम्पनी द्वारा सड़क निर्माण का काम पेटी में प्रकाश राय को सौंप दिया गया था। पेटी कांट्रेक्टर द्वारा सड़क का निर्माण कार्य काफी घटिया कराया जा रहा है।
इसे लेकर कई बार ग्रामीणों द्वारा विरोध जताया जा चुुका है, लेकिन सड़क विकास निगम के अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। अधिकारियों की लापरवाही के कारण कुछ दिनों पूर्व सड़क किनारे पड़ी मिट्टी का ढेर बाइक सवार को नजर नहीं आया और वह टकराकर सड़क पर जा गिरा।
इस दौरान पीछे से आ रहे ट्रक ने उसे कुचल डाला था। अभी कुछ दिनों पूर्व सड़क किनारे कराए जा रहे घटिया निर्माण में 2 बच्चे गिरकर गम्भीर रूप से घायल हो गए थे। इससे नाराज ग्रामीणों ने दो दिन पूर्व सड़क विकास निगम के अधिकारियों को बंधक बना लिया था।
अधिकारियों के कहे जाने पर ठेकेदार ने काम तो शुरू किया, लेकिन वह भी काफी घटिया निर्माण कराया जा रहा है। इसे लेकर मंगलवार को जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता, जनपद सदस्य अजीत नायर व उपसरपंच कृष्णा सिंह की उपस्थिति में ग्राम पंचायत भवन में बैठक बुलाई गई।
…तो करेंगे उग्र आंदोलन
बैठक में सभी ग्रामीणों की सहमति से निर्णय लिया गया कि काम में सुधार नहीं लाया जाता है तो दुर्गा विसर्जन के बाद ठेकेदार व सड़क विकास निगम के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर कराई जाएगी। इसके साथ ही ग्राम पंचायत द्वारा निर्णय लिया गया कि दुर्गा विसर्जन के बाद कलक्टर से मुलाकात कर एक-एक बिन्दु से अवगत कराया जाएगा। अगर कोई पहल नहीं की जाती है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
दो दिन पूर्व अधिकारियों को बनाया था बंधक
दो दिन पूर्व स्थानीय लोगों ने सड़क का निर्माण कार्य रोक कर चक्काजाम कर दिया था। इस दौरान इस मार्ग से गुजर रहे सड़क विकास निगम के सब इंजीनियर पीके श्रीवास्तव को ग्रामीणों ने रोक लिया।
उन्हें बड़े अधिकारियों व ठेका कम्पनी के लोगों को बुलाने की मांग को लेकर बंधक बना लिया गया। काफी देर बाद प्रोजेक्ट इंजीनियर एमएस ध्रुव वहां पहुंचे तो उन्हें भी लोगों ने बंधक बना लिया था।