इसी बीच विधानसभा क्षेत्र के केदमा चौकी पुलिस को रविवार की देर रात ग्राम शायर से 2 किलोमीटर दूर जंगल में कार जलती हुई मिलने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान कार पूरी तरह से खाक हो चुकी थी।
कार किसकी है यह पता नहीं चल सका है। घटना को 15 घंटे बीतने के बाद भी कोई शिकायत करने नहीं पहुंचा है। इधर सूत्रों का कहना है कि राजनीतिक पार्टियों की लड़ाई में कार जलाए जाने की आशंका है।
केदमा चौकी पुलिस ने इस संबंध में बताया कि रविवार की रात 11-12 बजे के बीच जंगल में जलती कार के संबंध में सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची लेकिन घटनास्थल पर न तो कोई मौजूद था और न ही अभी तक कोई शिकायत करने चौकी में पहुंचा है।
कार का नंबर भी जल जाने से पता लगा पाना मुश्किल हो रहा है। इधर सूत्रों का कहना है कि उक्त कार में किसी राजनीतिक पार्टी द्वारा प्रचार किया जा रहा था और दूसरी पार्टी द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है।
मुर्गे-बकरे के लिए भी हो रही लड़ाई
वोटिंग से 30 घंटे पहले अंबिकापुर विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्रों में वोटरों के बीच दलों द्वारा जमकर मुर्गे-बकरे व शराब बांटे जा रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच मुर्गा-बकरे के लिए मारपीट तक की नौबत आ जा रही है।