युवती की पहचान घटनास्थल के पास के ही गांव की युवती के रूप में हुई। बताया जा रहा है कि युवती की दिमागी हालत ठीक नहीं थी। आशंका जताई जा रही है कि दिमागी हालत ठीक नहीं होने के कारण युवती अंबिकापुर-जबलपुर ट्रेन को आता देख पटरी पर सो गई होगी।
सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर थानांतर्गत ग्राम रामनगर धवरापारा निवासी शनियारो बाई पिता देवनारायण गोंड़ 20 वर्ष की कुछ दिनों से दिमागी हालत ठीक नहीं थी। उसका इलाज डॉक्टरों के द्वारा किया जा रहा था। परिजनों का कहना था कि इलाज से स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर कुछ दिनों से उसका गांव में ही झाड़-फूंक करवाया जा रहा था। शुक्रवार की सुबह युवती अपने घर से निकल गई थी।
काफी देर तक वह घर नहीं लौटी तो परिजनों को चिंता हुई। इधर अंबिकापुर-जबलपुर ट्रेन गुजरने के बाद रेलवे के कर्मचारी 9 बजे ट्रैक के मेंटेनेंस में निकले थे। वे ग्राम रामनगर के पटपरिया नाले के पास पहुंचे ही थे कि एक युवती की सिर कटी लाश उन्होंने ट्रैक पर देखी। युवती का धड़ भी पटरी के दूसरी ओर पड़ा हुआ था। युवती ने ट्रेन से कटकर जान दे दी थी। इसकी सूचना कर्मचारियों ने तत्काल बिश्रामपुर पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा पश्चात शव को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया। इस दौरान आस-पास के गांवों के काफी लोगों की भीड़ भी इक_ी हो गई थी। युवती की शिनाख्त शनियारो के रूप में की गई। युवती के परिजनों ने बताया कि कुछ दिनों से वह दिमागी रूप से ज्यादा ही कमजोर हो गई थी। युवती की मौत से उसके परिजनों व गांव में मातम पसरा हुआ है।