गौरतलब है कि रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ के कापू निवासी 12 वर्षीय बालिका के सिर से माता-पिता का साया बचपन में उठ गया था। इसके बाद अपने सगे मामा-मामी उसे सीतापुर ले आए थे। यहां उन्होंने उसका भविष्य संवारने की जगह काम के बोझ तले पूरे बचपन को दबा दिया।
प्रताडऩा की हद यहां तक बढ़ गई कि मामी ने घर में आए कुछ लड़कों के साथ उसे 11 वर्ष की उम्र में ही जंगल भेज दिया था, यहां ४ दरिंदों ने उसके साथ बलात्कार किया था। जब वह गर्भवती हो गई तो नाना-नानी ने अस्पताल ले जाकर गर्भपात करा दिया था।
इस बात का पता चलते ही 19 अगस्त को सीतापुर चाइल्ड लाइन द्वारा बच्ची को उसके मामा के घर से बरामद कर सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया गया था। इस पूरे मामले को सीडब्ल्यूसी ने संज्ञान में लिया तथा एसपी को पत्र लिखते हुए कार्रवाई करने को कहा है।
सीडब्ल्यूसी से पत्र मिलने के बाद सीतापुर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। पूरे मामले में जांच के पश्चात पुलिस एफआईआर दर्ज कर मामा-मामी को गिरफ्तार भी करेगी। पुलिस ने शुरु कर दी है कार्रवाई
सीडब्ल्यूसी द्वारा मामले में एसपी को पत्र लिखा गया है। पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
शिरीष श्रीवास्तव, सदस्य, सीडब्ल्यूसी
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