इसके साथ ही स्कूल का संचालन सामुदायिक भवन में करने के निर्देश दिए थे, लेकिन शुक्रवार को सामुदायिक भवन में राशन कार्ड के नवीनीकरण का काम चलने की वजह से बच्चों को पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ाई करनी पड़ी।
छोटे भाई की पत्नी ने पूछा- मेरी बेटी कहा है तो 4 माह के मासूम को गोद में उठा लाया जेठ, बोला- पहुंचा दिया हूं परलोक गौरतलब है कि दर्रीपारा स्थित प्राथमिक स्कूल (Chhattisgarh School) की छत मरम्मत के लिए बारिश के समय ही उजाड़ दी गई। इससे वहां के बच्चों व स्टाफ के सामने बैठने की समस्या खड़ी हो गई।
दूसरे दिन महापौर डॉ. अजय तिर्की इंजीनियरों के साथ वहां पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि जर्जर हो चुके स्कूल (Chhattisgarh School) भवन में बारिश का पानी भर जाने की वजह से हमेशा हादसा होने का डर बना रहता था। महापौर ने दो दिन के अंदर स्कूल के छत की मरम्मत कार्य शुरू कराने के निर्देश दिए थे।
कचरे में पड़ा 1 किलो प्लास्टिक देने वाले को गार्बेज कैफे में मिलेगा भरपेट खाना, आधा किलो देने पर नाश्ता इसके लिए महापौर मद से 50 हजार रुपए भी दिए जाने की घोषणा की थी। एक सप्ताह के अंदर काम पूर्ण करा लेने की बात इंजीनियरों द्वारा कही गई थी लेकिन आज तक काम शुरू नहीं हो सका। बच्चों को सामुदायिक भवन में बैठकर पढऩे के लिए कहा गया था, लेकिन वह भी कागजों तक सीमित रह गया।
एसडीएम को पता चली ये बात तो ताबड़तोड़ मारा छापा, जब हर घर से निकलने लगा ये सामान तो रह गए हैरान, फिर… राशन कार्ड बनने से पेड़ के नीचे पढ़ रहे हैं बच्चेराशन कार्ड का नवीनीकरण का काम निगम द्वारा कराया जा रहा है। इसके लिए सामुदायिक भवन को बच्चों से खाली करा लिया गया है। बच्चों को भवन से हटाए जाने की वजह से उनकी कक्षाएं अब पेड़ के नीचे लगाई जा रही हैं। इसकी जानकारी स्कूल शिक्षा विभाग (Education department) को होने के बावजूद अब तक कोई पहल नहीं की गई है।
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