इस संबंध मेें सरगुजा जिलाध्यक्ष मनोज वर्मा ने कहा है कि कोविड में शिक्षकों की डयूटी लगाई जा रही है लेकिन कोरोना वारियर्स का अभी तक दर्जा नही दिया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बताया कि मृत शासकीय शिक्षकों व अनुकम्पा नियुक्ति के रिक्त पद की जानकारी सामान्य प्रशासन विभाग ने मंगाया है।
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कमिश्नर ने 3 शिक्षकों को किया निलंबित, एक को दूसरी शादी करने की मिली सजा छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन सरगुजा के पदाधिकारियों ने कहा है कि कोविड में शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जा रही है परन्तु कोरोना वारियर्स का अभी तक दर्जा नही दिया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। विषम परिस्थितियों में जब-जब आवश्यकता होती है, शिक्षक अन्य विभागों के कार्य को भी सहर्ष स्वीकार करते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं।
कोरोना काल में शिक्षक (Chhattisgarh Teachers) अस्पताल से लेकर वैक्सीनेशन, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, चेक पोस्ट, कांटेक्ट ट्रेसिंग, कोविड सेंटर सहित अन्य कार्यों में अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी कर रहे हैं। इसके बावजूद शासन ने शिक्षकों को अब तक फ्रंटलाइन वर्कर्स नहीं माना है।
जब भी शिक्षकों के हितों की बात होती है तो शासन-प्रशासन में बैठे जिम्मेदार लोग मुंह फेर लेते हैं। फिर भी शिक्षक कभी अपनी जिम्मेदारी से पीछे नही हटे, वे निरन्तर शासन-प्रशासन के निर्देश का पालन कर ही रहे है।
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Video: बीईओ ने प्राचार्य को जारी किया नोटिस, शिक्षकों व खुद लेट आने पर देनी पड़ी थी लिखित गारंटी प्रदेश में कोरोना डयूटी से 100 से अधिक शिक्षकों की मृत्यु (Death from corona) हो गई है लेकिन उन्हें 50 लाख के बीमा कवर में नही लाया गया। अब तक कोरोना वारियर्स का दर्जा नही दिया गया है। इससे शिक्षको में भारी आक्रोश है।पदाधिकारियों में ये हैं शामिल
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के अन्य जिला पदाधिकारियों अमित सिंह, प्रदीप राय, काजेश घोष, अरविंद सिंह, अनिल तिग्गा, राजेश गुप्ता, लव गुप्ता, रामबिहारी गुप्ता, संजय चौबे , सुरित राजवाड़े, रोहिताश शर्मा, प्रशांत चतुर्वेदी, नाजिम खान, संजय अम्बष्ट, अरविंद राठौड़, लखन राजवाड़े, राकेश पांडेय, अमित सोनी, रणबीर सिंह चौहान, जवाहर खलखो, सुशील मिश्रा व रमेश याज्ञिक शामिल हैं।