हाल के कुछ दिनों से हो रही मानसूनी बारिश से गेऊर, गागर, कन्हर, महान नदी का जल स्तर बढ़ गया है, ये नदियां अब उफान पर दिख रहीं हैं। अंबिकापुर में बुधवार को 35 से 40 तथा सरगुजा जिले में 90 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। वहीं बलरामपुर जिले में 65 मिमी बारिश दर्ज की गई। सूरजपुर जिले में भी 90 से अधिक मिलीमीटर बारिश हुई। (Chhattisgarh Weather Update)
इस बार सरगुजा में मानसून समय पर आ गया है। इसकी वजह से पिछले तीन-चार दिनों से बारिश हो रही है। बुधवार को तो सुबह से शुरू हुई बारिश देर शाम तक जारी रही। निरंतर बारिश से अविभाजित सरगुजा के अधिकांश नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। नदी-नालों का जल स्तर बढऩे की वजह से कुछ स्थानों पर तो आवागमन भी बाधित हो गया।
लोग घंटों सडक़ एक तरफ खड़े होकर नदी-नालों का जल स्तर कम होने का इंतजार करते रहे, लेकिन देर शाम तक जल स्तर कम नहीं हुआ। बारिश की वजह से गेऊर, गागर, कन्हर व महान नदी सहित अन्य नालों का जल स्तर काफी बढ़ गया है। (Chhattisgarh Weather Update)
राजपुर-प्रतापपुर मार्ग हुआ बाधित
राजपुर से प्रतापपर मार्ग पर ग्राम बगाड़ी व सिंगचौरा के बीच स्थित घरघोड़ा नाले के उफान पर रहने से यह मार्ग दिन भर बाधित रहा। नाले के ऊपर से पानी बहने के कारण दोनों तरफ लोग फंसे रहे। इसकी वजह से राजपुर से गोपालपुर होते हुए प्रतापपुर आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उन्हें अतिरिक्त दूरी तय कर आना-जाना पड़ा।
महान नदी का रपटा ओवरफ्लो
ग्राम केरता में स्थित महान नदी का जल स्तर बढ़ जाने से यहां बनाया गया रपटा ओवरफ्लो होने लगा। रपटा के ऊपर से पानी बहने के कारण इस मार्ग पर प्रतापपुर-केरता-अंबिकापुर मार्ग पूर्णत: बंद रहा। रपटा के दोनों ओर लोग घंटों पानी कम होने का इंतजार करते रहे। लेकिन देर शाम तक यह मार्ग रपटा के ओवरफ्लो होने के कारण बंद रहा। महान नदी का जल स्तर बढ़ता ही जा रहा है।
ग्राम केरता में स्थित महान नदी का जल स्तर बढ़ जाने से यहां बनाया गया रपटा ओवरफ्लो होने लगा। रपटा के ऊपर से पानी बहने के कारण इस मार्ग पर प्रतापपुर-केरता-अंबिकापुर मार्ग पूर्णत: बंद रहा। रपटा के दोनों ओर लोग घंटों पानी कम होने का इंतजार करते रहे। लेकिन देर शाम तक यह मार्ग रपटा के ओवरफ्लो होने के कारण बंद रहा। महान नदी का जल स्तर बढ़ता ही जा रहा है।
खेतों में भरा पानी, पांच दिन में तैयार हो जाएगी धान की नर्सरी
लगातार हो रही बारिश से खेती किसानी का काम शुरू हो चुका है। सरगुजा में बुधवार को 83 मिलीमीटर हुई बारिश से खेतों में पानी भर गया है। किसानों के धान की नर्सरी अभी 10 से 12 दिन की हुई है। धान की नर्सरी के पौधे जब २० दिन के होंगे तो रोपाई प्रारम्भ हो जायेगी। बारिश से नर्सरी में लगे धान के पौधो में रौनक आ गई है।