Child birth in river bank: प्रसव पीड़ा होने पर महिला को झेलगी में टांगकर निकले थे परिजन, सामने उफनती मछली नदी देख महतारी एक्सप्रेस का कर रहे थे इंतजार
Women delivered child
अंबिकापुर/मैनपाट. मैनपाट के पहुंचविहीन क्षेत्रों में रह रहे ग्रामीणों की समस्याएं बारिश के दिनों में और गंभीर हो जाती हैं। मछली नदी पर पुल नहीं होने का खामियाजा कई गांव भुगत रहे हैं, एक ऐसा ही गंभीर मामला फिर सामने आया है। दरअसल मंगलवार की सुबह ग्राम असगवां के गिर्राडीह में एक महिला को प्रसव पीड़ा हुई तो परिजन झेलगी में टांगकर नदी किनारे लाए और महतारी एक्सप्रेस का इंतजार करने लगे।
इधर महतारी एक्सप्रेस के पहुंचने से पहले ही नदी किनारे महिला का प्रसव (Child birth in river bank) हो गया। इसके बाद उसे व बच्चे को झेलगी से नदी पार कराकर महतारी एक्सप्रेस से कमलेश्वरपुर अस्पताल लाया गया। एक हफ्ते के भीतर मैनपाट के पहुंचविहीन क्षेत्रों से इस तरह का तीसरा मामला सामने आया है।
मैनपाट की मछली नदी बारिश के दिनों में उफान पर रहती है। इससे कई गांव का मुख्यालय से संपर्क कट जाता है। प्रभावित गांव के लोगों को बारिश के तीन महीने काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अगर कोई बीमार पड़ जाए तो उसकी जान बचेगी या नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं होगी। गर्भवतियों की भी जान आफत में ही रहती है, मंगलवार को एक ऐसा ही मामला सामने आया।
परिजन महतारी एक्सप्रेस का इंतजार कर रहे थे, इसी दौरान महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ गई और उसका नदी किनारे ही प्रसव हो गया। दर्द से तड़पती महिला का उसकी सास, मितानिन ने किसी तरह प्रसव कराया।
नदी के उस पार आकर रूकी महतारी प्रसव के कुछ देर बाद महतारी एक्सप्रेस नदी के उस पार आकर रूक गई। फिर परिजन ने झेलगी से महिला व बच्चे को नदी पार कराया, तब महतारी एक्सप्रेस से उन्हें कमलेश्वरपुर अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया। यहां जच्चा-बच्चा की स्थिति अभी ठीक है।
वहीं एक अन्य मामले में ग्राम परपटिया के पनही पकना में भी एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उसे झेलगी में टांगकर महतारी एक्सप्रेस तक लाए थे। लेकिन सड़क की स्थिति इतनी खराब थी कि एंबुलेंस में ही महिला का प्रसव कराना पड़ा था।
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