कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान बच्चों से कुछ सवाल पूछकर उनके ज्ञान को परखा। उन्होंने कक्षा 9वीं के छात्रों से पूछा कि कलेक्टर बनने के लिए कौन सी परीक्षा देनी पड़ती है। इस पर छात्रों ने जवाब दिया कि यूपीएससी। कलेक्टर ने यूपीएससी का फुल फार्म व इसका हिंदी अनुवाद भी पूछा।
गूगल या यूट्यूब में सर्च करें कॅरियर के अवसर
कलक्टर ने छात्र-छात्राओं से कहा कि घर जाकर गूगल या यूट्यूब में सर्च करें कि कौन सी कक्षा और पाठ्यक्रम में कॅरियर के क्या अवसर है। उसमें सारी जानकारी मिल जाएगी।
शिक्षकों के औसत परफॉर्मेंस पर जताई नाराजगी
कलेक्टर ने स्कूल के शिक्षकों की औसत परफार्मेंस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि केवल विद्यर्थियों को ही परीक्षा नहीं देनी है, अपने विषय पर कितनी पकड़ है, इसकी जांच-परीक्षा शिक्षकों को भी देनी है। स्कूल के बच्चों को अपने बच्चे समझ कर खूब मेहनत से पढ़ाएं।
केवल स्कूल आना ही नौकरी नहीं
कलेक्टर ने शिक्षकों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि जिले में जो शिक्षा की स्थिति है उसे बदलना है और इसके लिए आप सबको तैयार होना पड़ेगा। शिक्षकों के लिए स्कूल आना केवल नौकरी करना नहीं, बल्कि समाज व देश का भविष्य गढऩे का काम करना है।