कलक्टर के कड़े तेवर, कहा- सिर्फ ऑफिस में बैठकर बाबूगिरी न करें सीईओ, पीओ और एपीओ
Collector strict attitude: मुख्यालय से नदारद आरईएस के कार्यपालन अभियंता (RES EE) का रोक दिया वेतन, मनरेगा के तहत विभिन्न कार्यक्रमों के लिए मार्च तक निर्धारित लक्ष्य पूरा करने के निर्देश

अंबिकापुर. कलक्टोरेट सभाकक्ष में मंगलवार को समय-सीमा की बैठक (TL meeting) में कलक्टर संजीव कुमार झा के कड़े तेवर (Collector strict attitude) देखने को मिले। वे अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर नाराज नजर आए। उन्होंने कहा कि मनरेगा के विभिन्न घटकों के सभी संकेतकों में भौतिक रूप से प्रगति लायें।
जनपद सीईओ ,पीओ तथा एपीओ केवल कार्यालय में बैठकर बाबूगिरी न करें बल्कि फील्ड में जाकर मैदानी कार्य की सतत मॉनिटरिंग करें। कार्यालय दिवस के प्रथम आधे दिन मैदानी कार्यों का निरीक्षण करें। इस दौरान उन्होंने आरईएस के ईई अशोक सिंह के बिना अनुमति के मुख्यालय से अनुपस्थित रहने के कारण वेतन रोकने के निर्देश दिए।
कलक्टर ने कहा कि वर्तमान में किसी प्रकार की शासकीय कार्यक्रमों का विशेष अभियान नहीं चल रहा है। ऐसे में मनरेगा के तहत विभिन्न कार्यक्रमों के लिए 31 मार्च तक निर्धारित लक्ष्य को पूरा करें। सभी अपने जिम्मेदारियों का इमानदारीपूवर्क निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि प्रति परिवार औसत कार्य दिवस, 100 मानव दिवस, रोजगार सृजन, नरवा विकास कार्य आदि में जिले की प्रगति कमजोर है इसमें समय पर सुधार लाएं।
उन्होंने कहा कि गांव में पिछले दो वित्तीय वर्ष में जो जॉब कार्ड निष्क्रिय हो गए हैं केवल उन्ही नामों को विलोपित करें। वनाधिकार पत्र धारी हितग्राहियों को भी नरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराएं।
कलक्टर ने कहा कि सभी विकासखण्डो में दो-दो मॉड्ल नरवा का विकास कार्य ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के अनुविभागीय अधिकारी दो माह में पूर्ण करें। मॉड्ल नरवा के तर्ज पर बाकी नालों को भी नरवा विकास के तहत जल संचयन हेतु उपयुक्त संरचना का निर्माण करें।
उन्होंने कहा कि नरवा विकास से सिंचित क्षेत्र तथा वाटर लेवल बढऩा चाहिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विनय कुमार लंगेह, अपर कलक्टर एएल धु्रव सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।
एक सप्ताह के अंदर कार्य में लाएं सुधार
कलक्टर ने कहा कि रोजगार सृजन के लिए पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायक को निर्देश जारी करें तथा उदासीनता बरतने वाले के खिलाफ ठोस कार्यवाही करें। उन्होंने जनपद सीईओ एवं पीओ को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि एक सप्ताह के अंदर कार्य में सुधार लाएं नहीं तो कठोर कार्यवाही की जाएगी।
सीईओ व पीओ अब डेली डायरी संधारित करेंगे
कलक्टर ने जनपद पंचायत के सीईओ एवं पीओ के प्रतिदिन के कार्यों की निगरानी करने लिए डेली डायरी संधारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन के कार्यों को डेली डायरी में दर्ज करें तथा सप्ताह में जिला पंचायत सीईओ से अवलोकन कराएं। डायरी के अनुसार ही उनके कार्यों की समीक्षा की जाएगी।
उन्होनें कहा कि 31 मार्च तक सभी ग्राम पंचायतों में गोठान स्वीकृत कराकर गोठान निर्माण कार्य पूरा करें। वर्मी कम्पोस्ट के अधिक से अधिक उपयोग के लिए गोठान समिति आने वाले किसानों को वर्मी कम्पोस्ट के बारे में बताएं और प्रोत्साहित करें।
शिक्षकों का अटैचमेंट करें समाप्त
कलक्टर ने विभिन्न विभागों, जनपद कार्यालयों तथा तहसील कार्यालयों में शिक्षकों (Teachers) के संलग्नीकरण को गंभीरता से लेते हुए तत्काल मुक्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां भी अतिरिक्त कर्मचारियों की आवश्यकता है, मांग के अनुसार जिला कार्यालय से उपलब्ध कराई जाएगी। किसी भी कार्यालय में शिक्षकों को संलग्न न करें।
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