अंबिकापुर

कलेक्टर बोले-स्कूलों में पढ़ाई के नाम पर सिर्फ कागजी खानापूर्ति न करें

कलेक्टर कुन्दन कुमार ने सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने स्कूल में बच्चों के लिए सभी मूलभूत सुविधा की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा गुणवत्ता में कहीं कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

अंबिकापुरAug 01, 2022 / 08:11 pm

संजय तिवारी

कलेक्टर बोले-स्कूलों में पढ़ाई के नाम पर सिर्फ कागजी खानापूर्ति न करें

अम्बिकापुर। कलेक्टर कुन्दन कुमार ने सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने स्कूल में बच्चों के लिए सभी मूलभूत सुविधा की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा गुणवत्ता में कहीं कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिक्षा में गुणवत्ता लाकर जिले में नए कीर्तिमान स्थापित करें।
इस दौरान जल जीवन मिशन के तहत स्कूलों में रनिंग वाटर की उपलब्धता का सत्यापन किये बगैर ही ठेकेदार को राशि भुगतान करने पर पीएचई के सब इंजीनियर का वेतन रोकने तथा कार्यपालन अभियन्ता व एसडीओ को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश देने के साथ ही तीन दिन में जवाब नहीं देने पर गंभीर अनुशासनात्मक कार्यवाही की चेतावनी भी दी।
कलेक्टर ने शिक्षा में गुणवत्ता लाने व प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर परिणाम के लिए सभी विकासखंड मुख्यालयों व जिला मुख्यालय में एक-एक कोचिंग संस्थान शुरू करने के निर्देश दिए। विकासखण्ड मुख्यालयों में जवाहर नवोदय विद्यालय, प्रयास, सैनिक स्कूल आदि के प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराई जाएगी।
इसी प्रकार जिला मुख्यालय में भी कोचिंग संस्था भी संचालित की जाएगी जिसमें नीट, जेईई, क्लैट व सीजी पीएससी परीक्षा की तैयारी हेतु कोचिंग दी जाएगी। इसमें 150-150 बालक-बालिका को प्रवेश दिया जाएगा। यह संस्था भी आवासीय होगी। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार लंगेह, जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. संजय गुहे, समस्त विकासखंड शिक्षा अधिकारी व जनपद सीईओ सहित प्राचार्य उपस्थित थे।

एकल शिक्षकीय स्कूलों के फिरेंगे दिन
कलेक्टर ने एकल शिक्षकीय शालाओं में एक-एक और शिक्षक की व्यवस्था के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए 15 दिन में व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पहले चरण में मैनपाट व सीतापुर तथा दूसरे चरण में लुण्ड्रा व बतौली विकासखण्ड के एकल शिक्षकीय स्कूलों में शिक्षक की व्यवस्था करें। बताया गया कि इन चारों विकासखंडों में करीब 150 एकल शिक्षकीय विद्यालय हैं।

निजी स्कूलों की तर्ज पर पढ़ाई
कलेक्टर ने कहा कि अध्यापन में केवल कागजी खानापूर्ति न करें बल्कि निजी स्कूलों की तरह एक योजनाबद्ध तरीके से अध्यापन हो। उन्होंने सभी बीईओ को निर्देशित किया कि निजी स्कूल के प्राचार्यों से उनके स्कूल में शिक्षकीय कार्य के संबंध में जानकारी लेकर उसी तरह अपने स्कूल में भी शिक्षकीय कार्य शुरू करें। औसत निष्पादन वाले शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर दक्ष बनाएं।उन्होंने कहा कि डीईओ, बीईओ व बीआरसी सप्ताह में 50-50 स्कूलों का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों की 15 अगस्त को सम्मानित किया जाएगा। कलेक्टर ने निजी विद्यालयों में आरटीई के तहत प्रवेश में पारदर्शिता, स्कूलों के परिवहन वाहनों का नियमानुसार संचालन हेतु मॉनिटिरिंग करने के निर्देश दिए।
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