दरवाजा नहीं खुलने पर उसे किसी अनहोनी का एहसास हुआ। इसके बाद उसने मकान मालिक को इस बात की सूचना दी। मामला पुलिस तक पहुंचा और जब पुलिस ने दरवाजा खोला तो सबके होश उड़ गये। छात्र का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला।
भटगांव थाना क्षेत्र के ग्राम पसला निवासी कमलेश राजवाड़े पिता स्व. बृजलाल उम्र 19 वर्ष बीकॉम प्रथम वर्ष का छात्र था। युवक भटगांव से 12वीं की पढ़ाई करने के बाद आगे की पढ़ाई करने के लिए अंबिकापुर आया था। उसने ग्राम डिगमा स्थित साईं बाबा कॉलेज में बीकॉम प्रथम वर्ष में दाखिला लिया था।
वह फुंदुरडिहारी स्थित कॉलेज के पास रतन मंडल के किराये के मकान में रहता था। शनिवार की दोपहर से युवक अपने कमरे से बाहर नहीं निकला था और दरवाजा अंदर से बंद था। शाम करीब 7 बजे के लगभग छात्र के मोबाइल पर कॉल आया लेकिन उसने नहीं उठाया।
लगातार 10 बार मोबाइल की घंटी बजने के बाद भी जब छात्र ने फोन नहीं उठाया तो पड़ोस में रहने वाली सरिता नाम की महिला युवक के कमरे के पास गई। मोबाइल की घंटी बज रही थी और कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। महिला ने दरवाजा खटखटाया और आवाज लगाई, लेकिन छात्र ने दरवाजा नहीं खोला।
महिला को अनहोनी का अंदेशा हुआ। उसने इस बात की जानकारी मकान मालिक को दी। इसके बाद मकान मालिक ने फोन कर इस बात की सूचना छात्र के परिजन को दी। सूचना मिलते ही छात्र के परिजन भटगांव से अंबिकापुर आ गये। परिजन ने भी जब छात्र को फोन लगाया और उसने दरवाजा नहीं खोला तो मामले की सूचना गांधीनगर पुलिस को दी गई।
पुलिस ने खोला दरवाजा तो लटका था फांसी पर
सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने दरवाजा खोला। जैसे ही पुलिस की टीम और परिजन अंदर गये और कमरे का नजारा देखा तो सबके होश उड़ गये। छात्र ने गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
इसके बाद पुलिस शव को बरामद कर छात्र के मोबाइल को जब्त कर ली। छात्र ने आत्महत्या क्यों की, कारण अज्ञात है। गांधीनगर पुलिस मर्ग कायम कर छात्र के फोन डिटेल की छानबीन कर रही है।