वीडियो के अनुसार महिला की मौत सिलेंडर में ऑक्सीजन खत्म हो जाने के बाद इसे बदलने के दौरान हुआ था। स्वास्थ्य मंत्री ने मामले की जांच के लिए 5 सदस्यीय डॉक्टरों की टीम का गठन किया है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना अब हर दिन 3 हजार के आंकड़े को पार कर रही है। इसके साथ ही मौतों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। सरगुजा जिले में भी कोरोना ने हर वर्ग में अपनी चपेट में ले रखा है। यहां भी पॉजिटिवों की संख्या अब 1600 को छूने वाली है।
इसी बीच अंबिकापुर कोविड अस्पताल से गुरुवार की शाम एक घंटे के भीतर कोरोना पॉजिटिव 3 महिलाओं की मौत (Corona death) ने सबको सकते में डाल दिया है। प्रशासनिक व स्वास्थ्य महकमे में खलबली मच गई है। इसमें कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़, खोंगापानी निवासी 56 वर्षीय एक महिला की शाम 6.30 बजे मौत हो गई।
सांस लेने में तकलीफ के बाद महिला को 16 सितंबर को अंबिकापुर के कोविड अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही सामने आ रही है। महिला की मौत का एक वीडियो भी वायरल हुआ है।
कोरिया जिले की ही चरचा कॉलरी निवासी 56 वर्षीय एक अन्य संक्रमित महिला की भी गुरुवार की शाम 7 बजे मौत हो गई, उसे भी 16 सितंबर को कोविड अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया था।
वहीं शहर के दर्रीपारा निवासी एक 61 वर्षीय महिला को भी 16 सितंबर को ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया गया था। जांच रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद उसे कोविड अस्पताल में शिफ्ट करने की तैयारी चल रही थी, इसी बीच उसकी शाम करीब 6 बजे मौत हो गई।
स्वास्थ्य मंत्री ने जताई नाराजगी, जांच के दिए निर्देश
खोंगापानी निवासी जिस महिला की मौत हुई, उसका सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें बताया गया है कि सिलेंडर में ऑक्सीजन खत्म होने के बाद उसे बदला जा रहा था, इसी बीच उसकी मौत हो गई।
वीडियो सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अस्पताल प्रबंधन पर कड़ी नाराजगी जाहिर की और उन्होंने मामले के जांच के निर्देश दिए। बताया जा रहा है कि कोविड अस्पताल में एक जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर लगा हुआ है, उसने ऑक्सीजन खत्म होने के संकेत दिए थे। जब सिलेंडर बदला जाने लगा तो यह घटना हुई।
5 सदस्यीय डॉक्टरों की टीम करेगी जांच
ऑक्सीजन सिलेंडर बदलने के दौरान कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत की जांच के निर्देश स्वास्थ्य मंत्री ने दिए हैं। मामले की जांच के लिए 5 सदस्यीय डॉक्टरों की टीम का गठन किया गया है। टीम में डॉ. मधुमिता मूर्ति, डॉ. रोशन वर्मा, डॉ. अनुपम मिंज, डॉ. दुर्गाशंका पटेल और डॉ. गोपाल शामिल हैं।