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जान लेने वाले हाथ भी आज जान बचाने में कर रहे मदद, सेंट्रल जेल के बंदी बना चुके हजारों मास्क, कीमत है मात्र 5 रुपए

locationअंबिकापुरPublished: Apr 14, 2020 03:37:26 pm

Covid-19 crisis: कोरोना वायरस से लड़ाई में केंद्रीय जेल में ही तैयार किया जा रहा मास्क, अब तक 8 हजार मास्क कर चुके हैं तैयार, 5 हजार और मास्क का मिला है ऑर्डर

जान लेने वाले हाथ भी आज जान बचाने में कर रहे मदद, सेंट्रल जेल के बंदी बना चुके हजारों मास्क, कीमत है मात्र 5 रुपए

Central jail prisoners making masks

अंबिकापुर. जब भयंकर आपदा आती है तो हर कोई उससे बचाव की तरकीब में जुट जाता है। क्या अच्छा-क्या बुरा$ सभी लोगों को अपनी जान की फिक्र बढ़ जाती है। देश में कोरोना वायरस कोविड-19ं अपना कहर बरपा रहा है। इस वायरस से पूरी दुनिया तबाह (Covid-19 crisis) है। इससे बचाव के लिए तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं।
इस आपदा से बचने के लिए हर लोग एक कर्म योद्धा बनकर सहयोग कर रहे हैं। इस विषम परिस्थिति में सेंट्रल जेल अंबिकापुर के बंदी भी किसी कर्म योद्धा से कम नहीं है। इनके द्वारा बनाए गए मास्क 5 और साढ़े 5 रुपए में मार्केट में सप्लाई हो रहे हैं।

पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही है तब जान लेने वाले हाथ भी जान बचाने के लिए आगे बढ़ निकले हैं। जी हां, अंबिकापुर केन्द्रीय जेल के बंदी इन दिनों जेल में रहकर मास्क का निर्माण करने में जुटे हैं, ताकि दूसरों की जान की रक्षा हो सके। जेल में बंद इन कैदियों की सकारात्मक सोच से मास्क का उपयोग कर लोग लाभान्वित हो रहे हैं।
लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाने के लिए केन्द्रीय जेल अंबिकापुर में मास्क का निर्माण कराया जा रहा है। अब तक बंदियों द्वारा 8 हजार से ज्यादा मास्क का निर्माण बंदियों द्वारा किया गया है, जिसे शहर के विभिन्न शासकीय व निजी स्थानों में उपयोग के लिए खरीदा गया है।
केन्द्रीय जेल अधीक्षक राजेन्द्र गायकवाड़ ने बताया कि अब तक सीएमएचओ कार्यालय में 3000 का आर्डर दिया गया था, जो कैदियों ने दिन रात मेहनत कर तैयार किया, मास्क सीएमएचओ कार्यालय को दिया गया है और लोग इसका उपयोग भी कर रहे हैं।
लोगों का मानना है कि जेल में निर्मित मास्क काफी अच्छा है। स्वयं का बना मास्क हजारों बंदी भी उपयोग कर रहे हैं। इसके अलावा जेल के कर्मचारी भी बंदियों द्वारा बनए गए मास्क का ही उपयोग कर रहे हैं।
जान लेने वाले हाथ भी आज जान बचाने में कर रहे मदद, सेंट्रल जेल के बंदी बना चुके हजारों मास्क, कीमत है मात्र 5 रुपए
5 रुपए में दिया जा रहा मास्क
केन्द्रीय जेल अधीक्षक राजेन्द्र गायकवाड़ ने बताया कि जेल के बंदियों द्वारा 8 हजार से ज्यादा मास्क का निर्माण तैयार गया है। इसमें 3000 सीएमएचओ कार्यालय द्वारा खरीदा गया है। वहीं 800 मास्क वितरित करने के लिए शहर के एक पार्षद द्वारा खरीदा गया है।
वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसका मांग है। 1500 रजपुरी पंचायत व 1000 मास्क लुण्ड्रा विकासखंड के ग्राम दोरना द्वारा खरीदा गया है। जेल प्रबंधन ने मास्क का दाम शासकीय कार्यालय के लिए ५ व निजी लोगों के लिए 5.50 रुपए रखा है।

8000 मास्क का दिया गया ऑर्डर
केन्द्रीय जेल अधीक्षक राजेन्द्र गायकवाड़ ने बताया कि जेल के बंदियों द्वारा निर्मित मास्क की अच्छी मानक को देखते हुए मेडिकल कॉलेज अस्पताल द्वारा 5 हजार मास्क बनाने का ऑर्डर दिया गया है। इसे बनाने में लिए जेल के बंदी सिलाई मशीन में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।
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