प्रदेश सरकार कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पहले से ही सचेत है। सरकार द्वारा प्रत्येक जिले में 100 बिस्तर का कोविड-19 अस्पताल का निर्माण कराया जा रहा है। इसी के तहत मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के निर्देश पर एक प्रतिनिधिमंडल सीएमएचओ डॉ. पी सिसोदिया से मुलाकात की।
100 बेड का होगा वार्ड
स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पुराने भवन में 100 बिस्तर का वार्ड लगभग तैयार कर लिया गया है। इसमें एक आईसीयू के साथ ही आइसोलेशन व सेनेटाइज करने की पूरी व्यवस्था होगी। इसमें कोरोना से निपटने के लिए सभी व्यवस्था उपलब्ध होगी।
कोरोना प्रभावित का इलाज करने वाले डॉक्टर्स के लिए इस वार्ड में पूरे सप्ताह भर रुकने की पूरी व्यवस्था होगी। अगर कक्ष कम पड़ेगा तो नजदीक के होटल को भी अधिग्रहित किया जाएगा। डॉक्टर्स व नर्स एक गेट से व मरीजों को दूसरे गेट से प्रवेश करने की अनुमति होगी। डॉक्टर्स सेनेटाइज होने के बाद यहां रहेंगे ताकि वे कोरोना प्रभावित न हो।
10 बेड का वेंटिलेटर
कोरोना प्रभावित के पहुंचने पर उसकी स्थिति को देखते हुए डॉक्टर्स द्वारा निर्णय लिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना से संबंधित सभी वार्ड को एक स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है। इसकी वजह से यहां १० बेड का वेंटिलेटर भी कोरोना आइसोलेशन वार्ड के पास ही बनाया जाएगा।
ट्रेनिंग लेने चिकित्सकों का दल रायपुर रवाना
कोरोना वायरस कोविड-19 को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए कलक्टर के निर्देश पर ६ चिकित्सकों व 4 टेक्निशियन को ट्रेनिंग के लिए रायपुर भेजा गया है।
शिफ्ट किए गए अन्य वार्ड
अस्पताल के मेल मेडिकल वार्ड व ऑर्थो वार्ड को कोरोना मरीजों के लिए शिफ्ट कराया जा रहा है। इसके लिए अस्पताल को 2 भागों में बांटने की तैयारी की जा रही है। एक तरफ कोरोना पीडि़तों को रखा जाएगा और दूसरी तरफ अन्य मरीजोंं को रखा जाएगा। ताकि कोरोना पीडि़तों व अन्य मरीज व परिजन को किसी तरह का कोई संक्रमण का खतरा न बढ़े। मेल मेडिकल वार्ड की दीवार को तोडक़र अस्पताल के अंदर जाने के लिए गेट बनाया जा रहा है।