फर्जी नंबरों से फोन काल, नकली बैंक अधिकारी बन लोन फ्रॉड, केवाइसी सत्यापन के नाम पर ऑनलाइन ठगी जैसे अपराध घटित हो रहे हैं। इन सभी अपराधों के मूल में पीडि़त की अज्ञानता अथवा लालच ही पहला चरण होता है। उन्होंने कहा कि हमें किसी लालच में नहीं आना है, झांसे में आकर किसी प्रकार की ओटीपी, एटीएम कार्ड पिन नंबर की जानकारी किसी के साथ झांसा नहीं करना है।
उन्होंने छात्र-छात्राओं को लगन व निष्ठा के साथ पढ़ाई करने की समझाइश भी दी। यातायात नियम, महिलाओं की सुरक्षा के लिए बने कानूनों, विधिक जानकारियों से अवगत कराते हुए कहा कि पुलिस आपकी सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर है, किसी प्रकार की समस्या होने पर अवगत कराए। ठगी होने पर तत्काल नकदीकी पुलिस थाना अथवा हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराने को कहा।
एएसआई बबीता यादव ने छात्राओं को महिला सुरक्षा के लिए उपयोगी अभिव्यक्ति एप के बारे में अवगत कराया बल्कि शिक्षकों व छात्राओं को अभिव्यक्ति ऐप मोबाइल में डाउनलोड करवाया और उसके इस्तेमाल की जानकारी दी। इस दौरान प्राचार्य शंभू प्रसाद, अन्नू काण्डे, रामचंद्र प्रसाद सोनी, आरक्षक विनोद सारथी, महिला आरक्षक शिवकुमारी, स्कूल के शिक्षक मौजूद रहे।
अब गुनहगारों पर रहेगी हाईटेक पुलिस की नजर
पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू के निर्देश पर अब थाना-चौकी में पदस्थ आरक्षकों को पुलिस की कार्यप्रणाली में सूचना प्रौद्योगिकी की क्षमता बढ़ाने के लिए क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स सहित कम्प्यूटर का बेसिक प्रशिक्षण पुलिस कन्ट्रोल रूम सूरजपुर में एसआई नीलाम्बर मिश्रा एवं प्रधान आरक्षक मनीष पन्ना द्वारा दिया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अब गुनहगारों का बचना इतना आसान नहीं होगा, क्योंकि अब गुनाह करने वालों पर हाईटेक पुलिस की नजर रहेगी। सीसीटीएनएस में ऑनलाइन प्रथम सूचना पत्र के दर्ज होते ही अपराधी की सारी जानकारी सर्वर में अपलोड हो जाती है और एक क्लिक में पूरी जानकारी हमें मिल जाती है। कर्मचारियों को कम्प्यूटर का प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है ताकि थाना-चौकी के कार्यों एवं जानकारी तैयार करने में गुणवत्ता आएगी और कम समय में जानकारी तैयार की जा सकेगी।