इधर 2 कर्मचारी रातभर मिनी ट्रक में ही फंसे रहे। सुबह राजपुर पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से गैस कटर से काटकर घायलों को बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। बताया जा रहा है कि ड्राइवर शराब के नशे में वाहन चला रहा था। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है। प्रशासन द्वारा तातापानी में मकर संक्रांति महोत्सव की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं। महोत्सव में स्टेज बनाने का सामान लेकर गुरुवार की रात एक मिनी ट्रक अंबिकापुर से तातापानी के लिए निकला था। वाहन शंकरगढ़ के ग्राम सरगवां निवासी हिरेंद्र राम पिता तुलसी राम चला रहा था।
उसके साथ वाहन में धौरपुर के ग्राम रवई निवासी राजेश कुमार पिता मुन्ना राम 18 वर्ष तथा सालिस कुमार मिंज पिता लभरन राम भी सवार थे। तीनों अंबिकापुर-रामानुजगंज मार्ग स्थित भेड़ाघाट के पास रात करीब 11.30 बजे पहुंचे थे। इसी दौरान सामने से आ रहे ट्रक से टकराकर मिनी ट्रक भेड़ाघाट पुलिया में पलट गई।
हादसे में ड्राइवर हिरेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि राजेश व सालिस कुमार मिनी ट्रक में ही फंस गए। दोनों को गंभीर चोटें आई थीं। वे रातभर वाहन में ही फंसकर कराहते रहे।
10 घंटे बाद ड्राइवर व घायलों को निकाला गया बाहर
सुबह इसकी सूचना राजपुर पुलिस को राहगीरों ने दी तो वे दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। फिर राजपुर से गैस कटर मंगाकर पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से ड्राइवर सहित दोनों घायलों को करीब 10 घंटे बाद बाहर निकाला। पंचनामा पश्चात ड्राइवर के शव को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया गया।
वहीं घायलों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि ड्राइवर ने शराब पी रखी थी। मृत ड्राइवरों व घायलों को बाहर निकालने में एएसआई केपी सिंह, प्रधान आरक्षक संटी तिवारी, आरक्षक पंकज पोर्ते, भिखराम, तेजूराम, प्रबोध मिंज, उमेश यादव, संदीप तिर्की व अन्य सक्रिय रहे। पुलिस ने मामले को विवेचना में लिया है।