scriptइस बार दशहरे पर न लगेगी “सिंहदेव की कचहरी”, ना मिलेगा ‘नजऱाना’, कोरोना ने तोड़ी परंपरा | Dussehra: This time Dussehra will not be seen as Singhdeo's court | Patrika News

इस बार दशहरे पर न लगेगी “सिंहदेव की कचहरी”, ना मिलेगा ‘नजऱाना’, कोरोना ने तोड़ी परंपरा

locationअंबिकापुरPublished: Oct 21, 2020 03:30:55 pm

Dussehra special: दशकों से सरगुजा पैलेस में पूजा के बाद महाराज (Maharaj) के बैठने की है परम्परा (Tradition), शहर के साथ ग्रामीण इलाकों से भी आकर लोग पेश करते थे ‘नजऱाना’

इस बार दशहरे पर न लगेगी

TS Singhdeo in Palace

अंबिकापुर. ‘दशहरे’ के दिन लगने वाली सरगुजा राज घराने की ‘कचहरी’ (Court) इस साल नहीं लगेगी। सिंहदेव परिवार (Singhdeo family) के मुखिया को इस दिन दूर-दराज़ से आए हुए लोग ‘नजऱाना’ पेश करते हैं। यह जनहित के कार्यों में लगाया जाता है।
आज़ादी के पहले से चली आ रही ‘कचहरी’ की परम्परा को ‘कोरोना’ ने तोड़ दिया है।
विजयादशमी पर सरगुजा महाराज को कुलदेवी, कुलदेवता एवं शस्त्र पूजन जैसी रीतियों को पूरा करने के बाद ‘कचहरी’ लगानी होती है। इसमें अपनी क्षमता अनुसार लोग ‘नजऱाना’ पेश करते हैं।

इस दौरान पैलेस में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है।बीते सालों में यह देखा जाता था कि लोग अपने इष्ट देवों की पूजा के बाद सीधे पैलेस पहुंचते थे। यहां राज परिवार के वर्तमान मुखिया एवं छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Minister TS Singhdeo) जनता से भेंट करते थे।

विष्णु का स्वरूप होते हैं ‘राजा’
सरगुजा रियासत को करीब से जानने वाले गोविंद शर्मा बताते हैं कि राजा को विष्णु का स्वरूप माना जाता है। विजयादशमी के दिन नीलकंठ को देखने की भी परंपरा है। इसी वजह से दशहरे पर राजा के दर्शन को शुभ माना जाता है। वे कहते हैं कि उन्हें याद भी नहीं कि कभी इस दिन ‘कचहरी’ बन्द हुई हो।

वर्चुअली लोगों से मिलने के आसार
जिला प्रशासन ने मंदिरों को भी आमजन के लिए खोले जाने पर रोक लगा दी है। कचहरी नहीं लगने से लोग सिंहदेव परिवार के मुखिया को नहीं देख पाएंगे। ऐसे में सम्भावना व्यक्त की जा रही है कि टीएस लोगों से वर्चुअली मिल सकते हैं। इस पर अंतिम निर्णय टीएस सिंहदेव (TS Singhdeo) के सरगुजा लौटने पर लिया जाना है।

नियमानुसार पूजा-अर्चना करेंगे
पैलेस के अंदर की जाने वाली पूजा करेंगे। कोरोना (Covid-19) के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इस वर्ष अब तक ‘कचहरी’ नहीं लगाने का ही निर्णय लिया है। प्रशासन से बातचीत के बाद वर्चुअली मिल सके तो मिलेंगे।
टीएस सिंहदेव, मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन
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