इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित उज्ज्वल भारत उज्ज्वल भविष्य के समापन समारोह के जीवंत प्रसारण को प्रोजेक्टर के माध्यम से देखा गया। अतिथियों द्वारा वर्तमान में बिजली की आवश्यता और भविष्य की जरूरतों के लिए इसे बचाकर रखने पर अपने विचार व्यक्त किए गए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि वर्तमान समय मे विद्युत के बिना जीवन की कल्पना असंभव सा लगता है। विद्युत सर्वव्यापी आवश्यकता बन गया है। बिजली की आवश्यकता को देखते हुए इसे भविष्य के लिए बचाकर रखना होगा तभी देश का भविष्य उज्ज्वल होगा। उन्होंने कहा कि सरगुज़ा जिले में अब हर घर बिजली से रोशन हो गया है। कई योजनाओं से पारा-मोहल्ला व मजरा-टोला में भी बिजली पहुंच गई है।
उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग के सहयोग से जिले में निर्बाध व सुचारू बिजली की व्यवस्था बनाये रखने का प्रयास किया जा रहा है। बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने कहा कि विद्युत उत्पादन के मामले में छत्तीसगढ़ देश का अग्रणी राज्य है और इसने उल्लेखनीय प्रगति की है। लोगों को बेहतर विद्युत सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बिजली कर्मी कठोर परिश्रम कर रहे हैं।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष शफी अहमद, छत्तीसगढ़ स्थनीय आदिवासी स्वास्थ्य परंपरा एवं वनौषधि पादप बोर्ड के अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक, महापौर डॉ अजय तिर्की, कमिश्नर जीआर चुरेन्द्र, कलेक्टर कुंदन कुमार, जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार लंगेह, अपर कलेक्टर एएल धु्रव, एसडीएम प्रदीप साहू, एनटीपीसी के सहायक महाप्रबंधक एसपी सिंह, सीएसपीडीसीएल के कार्यपालक निदेशक एपी सिंह, कार्यपालन अभियंता एसपी सिंह, आर नागवंशी सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे।
तकनीकी खामियों को दूर करने की जरूरत
लुण्ड्रा विधायक व सीजीएमएससी के अध्यक्ष डॉ. प्रीतम राम ने कहा कि बिजली हर किसी के जीवन से इस प्रकार से जुड़ गया है कि अब इसे अलग नहीं किया जा सकता। बिजली आपूर्ति निर्बाध रूप से हो इसके लिए तकनीकी रूप से जो भी खामियां है उसे दूर करनी होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र में बेहतर विद्युत व्यवस्था के लिए कई घोषणाएं की गईं हैं, जिसके अनुसार 33 केवी के सब स्टेशन व नए ट्रांसफार्मर की व्यवस्था होगी।