Elephant killed young man: 19 जनवरी को दल से बिछड़े हाथी ने अंबिकापुर शहर में किया था प्रवेश, सीसीएफ के सरकारी बंगले की ढहा दी थी दीवार, गाड़ाघाट स्थित बांसबाड़ी में युवक की मिली लाश
Forest department on the spot of Gadaghat
अंबिकापुर. Elephant killed young man: घर से ससुराल जाने निकले युवक को रास्ते में हाथी ने कुचलकर मार डाला। उसकी लाश 2 दिन बाद शहर के गाड़ाघाट स्थित बांस बाड़ी में क्षत-विक्षत अवस्था में मिली। दरअसल युवक अपने एक साथी के साथ स्कूटी से ससुराल जाने 19 जनवरी को निकला था। लेकिन उसी दिन शहर में हाथी के आने की खबर पर वह उसे देखने चला गया था। वन विभाग द्वारा सभी को हाथी की दिशा में जाने से मना किया गया था लेकिन युवक हाथी की ओर ही चला गया। वन विभाग द्वारा युवक के हाथी द्वारा मारे जाने की पुष्टि की है।
20 जनवरी को शहर में प्रतापपुर की ओर से एक हाथी शहर में घुस आया था। इसकी भनक लगते ही वन अमला मुस्तैद हो गया था। हाथी फॉरेस्ट कॉलोनी व संजय पार्क व गाड़ा घाट होते हुए तकिया नर्सरी की ओर चला गया था। यहां वन विभाग द्वारा उस पर ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी गई थी।
इधर शहर के बौरीपारा गाड़ाघाट निवासी प्रकाश केरकेट्टा पिता रामलाल 32 वर्ष 19 जनवरी को ही अपने एक दोस्त के साथ स्कूटी से अपने ससुराल कोरबा जिले के मोरगा के आसपास जाने निकला था। गाड़ाघाट की ओर हाथी आने की खबर पर वह साथी के साथ रुक गया।
इधर वन अमले द्वारा सभी को हाथी की ओर न जाने की समझाइश दी जा रही थी लेकिन प्रकाश केरकेट्टा बांसबाड़ी की ओर चला गया। इस दौरान हाथी ने उसे कुचलकर मार डाला। उसकी क्षत-विक्षत लाश 22 जनवरी की सुबह बांसबाड़ी में मिली।
2 दिन से परिजन थे परेशान मृतक न तो अपने ससुराल पहुंचा था और न ही घर। परिजनों ने अपने स्तर से उसकी खोजबीन की लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल रहा था। इधर उसका दोस्त भी अपने घर पहुंच गया था। उसे भी पता नहीं था कि प्रकाश के साथ आखिर क्या हुआ था।
रविवार की सुबह कुछ लोगों ने गाड़ाघाट स्थित बांसबाड़ी में युवक की लाश देख वन विभाग को सूचना दी। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने शव को बरामद किया, उसकी पहचान प्रकाश केरकेट्टा के रूप में की गई। वन विभाग ने हाथी द्वारा उसे मारे जाने की पुष्टि की है।
सीसीएफ बंगले की तोड़ी थी दीवार गौरतलब है कि प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में विचरण कर रहे 10 हाथियों के दल से बिछडक़र हाथी 19 जनवरी को शहर में आ घुसा था। उसने पुरातत्व विभाग के पास एक व्यक्ति का घर क्षतिग्रस्त किया था। इसके अलावा फॉरेस्ट कॉलोनी में घुसकर उसने सीसीएफ के सरकारी बंगले की बाउंड्रीवाल ढहा दी थी।
यहां से निकलने के बाद हाथी तकिया व गाड़ाघाट की ओर चला गया था। 20 जनवरी की ही रात वन विभाग द्वारा हाथी मित्रों की सहायता से पटाखे फोडक़र व मशाल जलाकर शहर से दूर खदेड़ा गया था।