संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय द्वारा पूर्व में इंजीनियरिग कॉलेज के विद्यार्थियों के भविष्य के साथ जमकर खिलवाड़ किया गया था। बिना किसी आवेदन के कई विद्यार्थियों की उत्तर-पुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन करा दिया गया। चौंकाने वाली बात ये है कि जो छात्र परीक्षा में पास थे उन्हें भी फेल कर दिया गया था।
विवि के पूर्व कुलपति ने कराया था पुनर्मूल्यांकन
इंजीनियरिंग कॉलेज के द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा में 163 विद्यार्थियों को बिना किसी आवेदन के ही पुनर्मूल्यांकन कर फेल कर दिया गया था। इसकी जानकारी होने के बाद विद्यार्थियों द्वारा जमकर विरोध किया गया था, लेकिन पूर्व कुलपति द्वारा उनकी एक न सुनी गई थी।
सरकार द्वारा कराई जा रही जांच में है एजेंडा
संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ सरकार द्वारा जो जांच हेतुु बिन्दु तैयार किए गए हैं, उसमें भी इसे भी शामिल किया गया है। इसके साथ ही पूर्व कुलपति से पूछा भी गया है कि जब पूरे वर्ष पढ़ाई हो रही थी तो इतनी संख्या में विद्यार्थी कैसे फेल हो गए। लेकिन कुलपति द्वारा जवाब देने में टाल-मटोल किया गया। सरकार ने इस पूरे मामले को गम्भीरता से लिया है।
तकनीकी विश्वविद्यालय फिर कराएगा पुनर्मूल्यांकन
जब विद्यार्थियों के फेल होने की जानकारी लगी तो उन्होंने तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति के अंबिकापुर प्रवास के दौरान उनसे मुलाकात कर मामले की शिकायत की थी। तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति ने सभी विद्यार्थियों को कहा था कि उनका भविष्य खराब नहीं होगा। जरूरत पड़ी तो तीसरी बार मूल्यांकन कराया जाएगा। इस संबंध में विद्यार्थियों को आवेदन करने को कहा गया है।
परीक्षा हुई निरस्त, नयी तिथी हुई जारी
संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय द्वारा द्वितीय सेमेस्टर की जो परीक्षा आयोजित की गई थी, उसे निरस्त कर दिया गया है। उसकी जगह पर परीक्षा की नयी तिथि जारी की गई है। तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा नवम्बर माह की २८ तारीख से परीक्षा आयोजित की जाएगी।
पूर्व कुलपति की लापरवाही
पूर्व कुलपति की लापरवाही की वजह से इंजीनियरिंग कॉलेज के कई विद्यार्थियों को फेल कर दिया गया था। तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति ने इसे संज्ञान में लेते हुए सभी विद्यार्थियों के भविष्य को सुरक्षित रखने का आश्वासन दिया है। इसके लिए तीसरी बार मूल्यांकन कराने का आदेश भी दिया गया है।
आरके खरे, प्राचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज