नेता प्रतिपक्ष व विपक्षी पार्षदों ने आरोप (Accuse) लगाया है कि नगर पंचायत सीतापुर में अधोसंरचना मद से 1 करोड़ 32 लाख रुपए के निर्माण कार्य के लिए 18 कार्यों का टेंडर निकाला गया था।
पूर्व में टेंडर की प्रक्रिया के लिए निविदा भरने की अंतिम तिथि 11 नवंबर 2020 निर्धारित की गई थी, लेकिन कुछ चुनिंदा ठेकेदारों से मिलीभगत कर इस तिथि की निविदा को निरस्त कर दिया गया।
इसके लिए नगर पंचायत में कोई बैठक भी नहीं बुलाई गई और मनमाने तरीके से निविदा भरने की तिथि 18 नवंबर 2020 कर दी गई, जो नियम विरूद्ध है। ये सब कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया।
लगभग 18 कार्यों की निविदा निकाली गई जिसमें मिलीभगत कर सभी कार्य 9 से 10 प्रतिशत अधिक दर पर ठेकेदारों को दे दिए गए।
पुन: निविदा आमंत्रित कराए जाने की मांग
नेता प्रतिपक्ष व विपक्षी पार्षदों ने कलक्टर (Collector) से उक्त निविदा को निरस्त करा पुन: निविदा आमंत्रित कराए जाने की मांग की है। शिकायत करने वालों में नेता प्रतिपक्ष सहित पार्षद अरूणा सिंह, भूपेंद्र सिंह, भोलाराम मिंज व विवेक नामदेव शामिल हैं।
पुन: निविदा आमंत्रित कराए जाने की मांग
नेता प्रतिपक्ष व विपक्षी पार्षदों ने कलक्टर (Collector) से उक्त निविदा को निरस्त करा पुन: निविदा आमंत्रित कराए जाने की मांग की है। शिकायत करने वालों में नेता प्रतिपक्ष सहित पार्षद अरूणा सिंह, भूपेंद्र सिंह, भोलाराम मिंज व विवेक नामदेव शामिल हैं।