सीएमएचओ डॉ. पीएस सिसोदिया ने कहा कि मशीन गुरुवार को अंबिकापुर आएगी और इसे एक दो दिन में इंस्टॉल करा लिया जाएगा। मशीन की मदद से इमरजेंसी केस में एक घंटे के भीतर ही संदेही की कोरोना जांच रिपोर्ट आ जाएगी। मशीन से प्रतिदिन अधिकतम 16 सैंपलों की जांच हो सकती है।
सरगुजा संभाग के कोरोना आशंकितों (Corona suspect) के सैंपल रायपुर एम्स या रायगढ़ मेडिकल कॉलेज भेजे जा रहे हैं। सैंपल की रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन लगते हैं। लेकिन अब इंतजार करना नहीं पड़ेगा और एक घंटे के अदर कोरोना रिपोर्ट सामने आ जाएगी।
सीएमएचओ डॉ. पीएस सिसोदिया ने बताया कि सीजीएमएसी द्वारा ट्रू नेट (न्यूक्लिक एसिड एम्लीफिकेशन टेस्ट) मिल गई है। मशीन गुरुवार तक अंबिकापुर पहुंच जाएगी और इसे एक-दो दिन में इंस्टाल कराकर शुरू कर दिया जाएगा।
इस मशीन के माध्यम से एक घंटे के अंदर कोरोना रिपोर्ट सामने आ जाएगी। रिपोर्ट के लिए तीन-चार दिन इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
प्रतिदिन अधिकतम 16 सैंपलों की जांच
ट्रू नेट मशीन ऑटोमेटिक है। मशीन से एक घंटे में सैंपल की जांच रिपोर्ट आ जाती है। प्रतिदिन अधिकतम 16 सैंपलों की जांच हो सकती है। मशीन का इस्तेमाल पहले से वायरस की जांच करने के लिए होता आया है।
प्रतिदिन अधिकतम 16 सैंपलों की जांच
ट्रू नेट मशीन ऑटोमेटिक है। मशीन से एक घंटे में सैंपल की जांच रिपोर्ट आ जाती है। प्रतिदिन अधिकतम 16 सैंपलों की जांच हो सकती है। मशीन का इस्तेमाल पहले से वायरस की जांच करने के लिए होता आया है।
अलग-अलग होते हैं कॉटेज
ट्रू नेट मशीन का उपयोग वायरस जांच के लिए किया जाता है। यह पूर्व में टीबी जांच के लिए किया जाता था। मशीन में कॉटेज होता है जो अलग-अलग जांच के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कॉटेज से टीबी व कोरोना संबंधित जांच की जाएगी।