यहां इलाज के दौरान मंगलवार की सुबह उसकी मौत हो गई। मामले में गांधीनगर पुलिस ने मर्ग कायम कर शंकरगढ़ पुलिस को सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी व उसकी पत्नी एक युवक के घर काम करते थे। पति को शक था कि पत्नी के युवक से अवैध संबंध हैं।
बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम जामडीह निवासी जगदीश अगरिया व उसकी पत्नी सावित्री गांव के ही मनोबल के यहां काम करते थे। रविवार की सुबह मनोबल घर से बांदा जाने के लिए निकला था लेकिन रात तक नहीं पहुंच पाया। दूसरे दिन सुबह ग्राम बादा के सुकुल अगरिया ने मनोबल के घर आकर बताया कि मनोबल को किसी ने टांगी से मार दिया है, वह बेहोश है तथा टांगी वहीं पर पड़ी हुई है।
सूचना पर परिजन वहां पहुंचे। इस दौरान गांव के टेन उरांव ने बताया कि जगदीश अगरिया ने इसे मारा है। वह बोल रहा था कि मेरी पत्नी के साथ इसका अवैध संबंध हैं। इस दौरान सावित्री बीच-बचाव करने पहुंची तो उसे भी मार कर जख्मी कर दिया। इसके बाद परिजन द्वारा मनोबल को इलाज के लिए अंबिकापुर मिशन अस्पताल में भर्ती कराया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।