गौरतलब है कि इन दिनों क्षेत्र के नदी-नालों से रेत का धड़ल्ले से अवैध खनन (Illegal mining) व परिवहन जारी है। प्रशासन व खनिज विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से रेत तस्करों के हौसले बुलंद हैं। वे बेखौफ होकर रेत का अवैध कारोबार कर रहे हैं। इससे नदी-नालों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है।
इसी कड़ी में मांड नदी (Mand river) से हो रहे रेत के अवैध खनन व परिवहन को लेकर भंवराडांड़ के ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने एनएच पर शहीद भगत सिंह चौक के पास चक्काजाम कर दिया।
साथ ही वाहनों की आवाजाही भी रोक दी। ग्रामीणों ने बताया कि नदियों से रेत तस्कर धड़ल्ले से अवैध खनन व परिवहन कर रहे हैं। इससे हमारी जीवनदायिनी नदियों का अस्तित्व का खतरे में दिखाई दे रहा है।
वहीं मामलें में कई बार शिकायत के बाद भी प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा है, इसे लेकर हम लाठी-डंडे के साथ प्रशासन को सांकेतिक चेतावनी देते हुए सडक़ पर उतरे हैं ताकि प्रशासन सुनवाई कर रहे हैं। रेत तस्करों का आतंक बढ़ता ही जा रहा हे, वे डरा-धमका कर रेत का अवैध खनन व परिवहन कर रहे हैं।
नायब तहसीलदार ने दिया आश्वासन
ग्रामीणों ने एनएच पर चक्काजाम (Road jammed) कर दिया था, वाहनों की आवाजाही बंद थी, इसके बावजूद काफी देर तक कोई अफसर वहां नहीं पहुंचा। इसके बाद ग्रामीणों ने खुद थाना प्रभारी व एसडीओपी से बात की। फिर काफी देर बाद नायब तहसीलदार प्रमोद गुप्ता मौके पर पहुंचे व रटा-रटाया आश्वासन दिया कि उचित कार्रवाई की जाएगी।