ग्राम सेमली निवासी 61 वर्षीय परमेश्वर 28 जनवरी की सुबह 8 बजे अपने घर में गाय का दूध दूह रहा था। इसी दौरान सेमली निवासी हरदयानंद उर्फ बबलू गुप्ता व आशीष टोप्पो उसके घर बाइक से आए। फिर नाश्ता कराने के बहाने बाइक में जबरन बैठाकर अधौरा के बनारसी के घर ले गए।
विरोध करने पर वृद्ध के साथ मारपीट की
जब वृद्ध ने आरोपियों से कहा कि मैं अपनी जमीन तुम्हारे नाम रजिस्ट्री नहीं करूंगा, तब आरोपियों ने उसे बाहर ले जाकर गाली-गलौज करते हुए डंडे व हाथ-मुक्के से उसके साथ मारपीट की। एक आरोपी ने चाकू निकालकर उसे जान से मारने की धमकी भी दी।
वारदात में पटवारी भी शामिल
जब शासकीय सेवक ही अवैध कार्यों में संलिप्त हो जाएंगे तो आमजन की सुनवाई कहां हो। इस पूरी वारदात में बलरामपुर तहसील पटवारी पवन सिंह की भी संलिप्तता सामने आई है। उसने पीडि़त वृद्ध की जमीन की फर्जी रजिस्ट्री कराने में आरोपियों का साथ दिया। पटवारी पहले भी विवादित रहा है। पूर्व में भी इस पर जमीन के अवैध कार्यों में संलिप्तता के आरोप लगे हैं।
इतनी जमीन की करा ली रजिस्ट्री
पीडि़त वृद्ध की भूमि खसरा नंबर 80 रकबा 1.90 हेक्टेयर में से 0.02 हेक्टेयर शुभम ओहदार के नाम, 0.10 हेक्टेयर कुंजन गुप्ता, चंदन गुप्ता, आशीष कुमार गुप्ता पिता राजा राम के नाम से एवं खसरा नंबर 260 रकवा 0.59 हेक्टयर में से 0.04 हेक्टेयर कुलदेव प्रसाद गुप्ता के नाम से रजिस्ट्री की गई है। आरोपियों द्वारा अलग अलग कुल 03 रजिस्ट्री जबरन करा ली गई, जबकि पीडि़त आरोपियों को जानता-पहचानता तक नहीं है।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ अपराध, दो गिरफ्तार
बलरामपुर पुलिस द्वारा पूरे मामले की जांच के बाद 9 आरोपी ग्राम सेमली निवासी हरदयानंद गुप्ता, उमेश सिंह, जुड़नियापारा निवासी आशीष टोप्पो, बलरामपुर निवासी कुंजन गुप्ता पिता राजाराम गुप्ता, सलका झिलमिली निवासी चंदन गुप्ता, महुली वाड्रफनगर निवासी कुलदेव प्रसाद गुप्ता पिता सरयू प्रसाद, देवरी जशपुर निवासी शुभम ओहदार पिता कौशल कुमार व बलरामपुर तहसील के पटवारी पवन सिंह के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 365, 368, 420, 294, 506 व 323 अपराध दर्ज किया है।