मौके पर मौजूद पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों व ठेकेदार पर भड़के, शिक्षा विभाग को इन पर एफआईआर कराने के दिए निर्देश
TS Singhdeo climbed on ladder
अंबिकापुर. शहर से लगे ग्राम केशवपुर स्थित नवनिर्मित हाईस्कूल बिल्डिंग का ताला तुड़वाकर नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने निरीक्षण किया। बिल्डिंग के कमरों में जगह-जगह सिपेज थी। फिर उन्होंने गांव से सीढ़ी मंगवाकर छत भी देखी। इसके बाद उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों व ठेकेदार पर भड़क गए।
उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों एवं ठेकदार पर एफआईआर दर्ज कराने कहा। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर चार्जशीट मुझे दिखाएं कि स्कूल भवन की लेटलतीफी के लिये कौन-कौन जिम्मेदार हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग को भी इसके लिए लताड़ लगाई।
उन्होंने कहा कि वे भी इसमें बराबर के भागीदार हैं जिसने दो वर्ष पूर्व तैयार बिल्डिंग को हैंडओवर लेने का दबाव पीडब्ल्यूडी पर नहीं बनाया। उन्होंने अधिकारियों को जल्द से जल्द बच्चों को भवन उपलब्ध कराकर पढ़ाई शुुर कराने निर्देशित किया।
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग की हाईस्कूल बिल्डिंग्स का निर्माण पीडब्ल्यूडी द्वारा ठेकेदार के माध्यम से कराया जा रहा है। शहर से लगे ग्राम केशवपुर में बिल्डिंग का निर्माण 2 वर्ष पूर्व ही पूर्ण हो चुका है, किन्तु वायरिंग एवं ट्यूबवेल नहीं लगने के कारण उसे आज तक ठेकेदार अथवा पीडब्ल्यूडी द्वारा शिक्षा विभाग को हैंडओवर नहीं किया गया है।
पिछले साल भी नेता प्रतिपक्ष यहां पहुंचे थे तो इसके लिए उन्होंने शिक्षा विभाग को निर्देशित किया था कि जल्द से जल्द उक्त बिल्डिंग को हैंडओवर लेकर बच्चों को पढ़ाएं। कई बार शिक्षा विभाग एवं पीडब्ल्यूडी को इस विषय में कॉल किया लेकिन परिणाम शून्य रहा।
शनिवार को केशवपुर के ग्रामीणों ने नेता प्रतिपक्ष से मुलाकात कर बच्चों को हो रही परेशानी के संबंध में जानकारी दी। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने डीईओ को कॉल कर हाईस्कूल बिल्डिंग को हैंडओवर में लेकर पढ़ाई शुरु कराने कहा।
इसके बाद उन्होंने अपने प्रतिनिधि के रूप में जिपं सदस्य राकेश गुप्ता, जिला कांग्रेस कोषाध्यक्ष राजेश मलिक, पूर्व पार्षद शैलेन्द्र सोनी एवं जिला कांग्रेस सचिव सैयद अख्तर को सोमवार को वहां भेजा था, किन्तु शिक्षा विभाग और पीडब्ल्यूडी द्वारा भवन की चाबी नहीं होना बता कर बिल्डिंग में स्कूल चलाने से टाल-मटोल किया गया।
नेता प्रतिपक्ष ने तुड़वाया ताला नेता प्रतिपक्ष को जब आनाकानी की जानकारी लगी तो वे तुरंत मौके पर रवाना हो गए। जब इसकी जानकारी पीडब्ल्यूडी विभाग को लगी तो ईई अग्रवाल, एसडीओ चौधरी, इंजीनियर लक्ष्मण राव, डीईओ संजय गुप्ता, केसी गुप्ता, आरएमएसए से अग्रवाल सहित ठेकेदार एवं काफी संख्या में ग्रामीण भी पहुंच गये।
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों से कहा कि यदि बिल्डिंग की चाबी नहीं है तो ताला तोड़ा जाये। ताला तुड़वाकर वे भीतर घुसे तो वहां की हालत देख भड़क गए। बिल्डिंग में हर तरफ सिपेज थी तथा फर्श की स्थिति भी बदतर थी।
लकड़ी की सीढ़ी पर चढ़कर देखी छत नेता प्रतिपक्ष ने स्कूल बिल्डिंग की छत पर जाने की मंशा जताई तो लकड़ी की सीढ़ी लाई गई। सीढ़ी से ही छत की स्थिति देख उन्होंने नाराजगी जताई। उन्होंने बिल्डिंग की खराब स्थिति एवं गुणवत्ताविहिन कार्य के लिये तत्काल ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज कराने एवं विभागीय अधिकारियों के ऊपर जो इस कार्य की निगरानी कर रहे थे, सभी को तत्काल नोटिस व जांच कर चार्जशीट पेश करने कहा।
समझ से परे है भवन की स्थिति नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बच्चों के बैठने के लिये बनाए गए भवन की ऐसी स्थिति समझ से परे है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग एवं पीडब्ल्यूडी के अधिकारी गुणवत्ता की क्या निगरानी करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी पर कार्रवाई होनी चाहिए। शिक्षा विभाग भी इसके लिये जिम्मेदार है। यहां के जिम्मेदार अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो।
टैंकर से स्वयं के व्यय पर भिजवाएंगे पानी नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब तक ट्यूबवेल नहीं लगता, वे निगम से टैंकर के माध्यम से पानी स्वयं के व्यय पर खरीद कर स्कूल को भेजेंगे। लेकिन विद्यालय 15 अगस्त तक शिक्षा विभाग सहित विद्यालय के स्टॉफ को सुपुर्द किया जाये एवं सिपेज को रोकने तत्काल समुचित उपाय किए जाएं।
ब्लैक बोर्ड की साइज को देखकर भी उन्होंने नाराजगी जताई। वहीं उन्होंने उदयपुर विकासखंड के ग्राम नमना, लखनपुर के गणेशपुर व अन्य स्थानों के स्कूल बिल्डिंग के बारे में भी कहा कि वहां भी ऐसी ही स्थिति है।