लेकिन जब 16 मई को लॉकडाउन खत्म होना था और व्यापारियों को थोड़ी छूट मिलने की संभावना नजर आ रही थी, ऐसे में प्रशासन का अचानक सीधे 31 मई तक लॉकडाउन
(Lockdown Extended) बढ़ाने का फरमान जारी करने से व्यापारियों में काफी आक्रोश नजर आ रहा है। प्रदेश मंत्री ने व्यापारियों को पक्ष में लेते हुए संशोधित आदेश जारी करने की मांग प्रशासन से की है।
सरगुजा में 31 मई तक बढ़ा लॉकडाउन, पहले वाले ही अधिकांश नियम, सिर्फ इसमें 2 घंटे की अतिरिक्त छूट
व्यापारी संगठन कैट के प्रदेश मंत्री शुभम अग्रवाल ने कहा है कि व्यापारियों को दुकान का किराया, बैंकों की किस्त व अन्य खर्चे उठाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अगर दुकान इसी तरह बंद रही तो बहुत से व्यापारी सड़क पर आ जाएंगे।
प्रशासन को व्यापारियों से बात कर व्यापारिक संगठनों से चर्चा कर आपसी सामंजस्य बनाकर लॉकडाउन आगे बढ़ाना चाहिए था। व्यापारियों ने आरोप लगाया है कि सड़क पर प्रशासन की बिल्कुल नजर नहीं है। सड़क पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है तो वहीं सिर्फ दुकानदार का चालान (Fine) काटा जा रहा है, अगर दुकानदार दुकान बंद कर देगा तो क्या खाएगा। छोटे-बड़े सभी दुकानदार काफी परेशान नजर आ रहे हैं। प्रशासन को व्यापार में थोड़ी छूट देकर शहर की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने की कोशिश करनी चाहिए थी, मगर प्रशासन का फरमान समझ से परे है।
यहां भी 15 मई तक लॉकडाउन, इन दुकानों को सशर्त खोलने की मिली छूट, अधिकांश नियम पहले वाले ही
व्यापारी व वहां काम करने वाले कर्मचारियों की स्थिति दयनीयशुभम अग्रवाल ने कहा कि व्यापारी (Businessmen) कोरोना से मरे न मरें, भूख से जरूर मर जाएगा। दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों की स्थिति और भी दयनीय होती जा रही है। दुकानदार के साथ ही कर्मचारियों के खाने के लाले पड़े हुए हैं।
व्यापारी हित की बात पर प्रशासन खींच लेता है हाथ
शुभम ने कहा कि प्रशासन को जब सहयोग चाहिए होता है तो व्यापारियों के पास आते हैं व व्यापारी भी प्रशासन को भरपूर सहयोग करता है मगर जब व्यापारी हित की बात आती है तो प्रशासन अपने हाथ खींच लेता है। प्रदेश मंत्री शुभम अग्रवाल ने प्रशासन से अपील की है कि व्यापारियों को पक्ष में लेते हुए संशोधित आदेश जारी किया जाए।