इस सीट पर पिछले 4 बार से बीजेपी का कब्जा है। वर्तमान सांसद कमलभान सिंह मराबी का टिकट काटकर बीजेपी ने रेणुका सिंह को इस बार मैदान में उतारा है। यहां के सांसदों की किस्मत 15 लाख 23 हजार मतदाता लिखने जा रहे हैं। लोकसभा के 2004, 2009 और 2014 चुनावों में सरगुजा सीट पर बीजेपी ही जीतती आ रही है।विधानसभा में बदले समीकरणों का फयादा कांग्रेस को मिलेगा या इतिहास खुद को दोहराएगा ये आने वाला वक़्त ही बताएगा।
आदिवासी बाहुल्य सरगुजा में पांच जिले सरगुजा, जशपुर, कोरिया, बलरामपुर और सूरजपुर आते है। इसमें विधानसभा की 8 सीटों में से पांच विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. जिनमें प्रेमनगर, भाटगांव, प्रतापपुर, रामानुजगंज, सामरी, लुंड्रा, अंबिकापुर, सीतापुर शामिल हैं। सरगुजा लोकसभा के अंर्तगत आने वाली अंबिकापुर विधानसभा सीट कांग्रेस के दिग्गज नेता टीएस सिंहदेव का मजबूत गढ़ मानी जाती है।
इस लोकसभा सीट पर 2014 में पुरुष मतदाताओं की संख्या 771,303 थी, जिनमें से 610,877 ने वोटिंग में भाग लिया। वहीं 751,769 महिला वोटर्स में से 576,444 महिला वोटर्स ने भाग लिया था। कुल 1,523,072 मतदाताओं में से 1,187,321 ने चुनाव में अपनी हिस्सेदारी तय की थी।