उन्होंने कहा कि उनके सामने विधानसभा चुनाव में हार के बड़े अंतर को कम करने की बड़ी चुनौती है। कार्यकर्ताओं की दिन-रात की मेहनत व केंद्र सरकार द्वारा किए गए कार्यों को लोगों तक पहुंचाकर जीत हासिल करनी है।
चुनाव जीतने के बाद वे किसी राजनेता की रबर-स्टाम्प नहीं बनेंगी, लोगों की बात सुनेंगी और जनता के सुझाव व समस्याओं को हर स्तर पर पहुंचाएंगी। इस दौरान उनके साथ काफी संख्या में समर्थक व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
आदिवासी नेताओं की सरगुजा में कांग्रेस कर रहे उपेक्षा
रेणुका सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने सरगुजा के सीतापुर विधायक अमरजीत भगत की उपेक्षा की है। वे पिछले ४ बार से वहां से चुनाव जीतते आ रहे हैं लेकिन उन्हें मंत्री तक नहीं बनाया गया, जबकि उनमें एक मंत्री बनने की पूर्ण काबिलियत है। सरगुजा में कांग्रेस ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है, यहां पैलेस खेमा हावी है। इसकी वजह से सीतापुर विधायक के साथ ही वृहस्पति सिंह की भी लगातार उपेक्षा की जा रही है।
भाजपा कार्यालय में किया गया स्वागत
रेणुका सिंह का भाजपा कार्यालय में स्वागत किया गया। इस दौरान कमलभान सिंह, भाजपा प्रदेश मंत्री अनुराग सिंहदेव, अखिलेश सोनी, भैयालाल राजवाड़े, प्रबोध मिंज विनोद हर्ष, विद्यानंद मिश्रा, चरण सिंह अग्रवाल, विजयनाथ सिंह, ललन प्रताप ंिसह, रामकिशुन ंिसह, प्रशांत शंकर त्रिपाठी, अम्बिकेश केशरी व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सीएम का सपना दिखाकर विस में मिली जीत
रेणुका सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव में सरगुजा की सभी सीट भाजपा हार गई थी। भाजपा कांग्रेस से लगभग २.५ लाख वोट से पिछड़ गई थी। इतनी बड़ी हार के पीछे की मुख्य वजह जो भी हो उस पर ज्यादा चर्चा नहीं करना चाहती लेकिन सरगुजा की जनता के साथ छल कर कांग्रेस ने जीत हासिल की है।