शव देख उनके परिजनों के रोने का ठिकाना न रहा। यहां काफी संख्या में मौजूद जनप्रतिनिधियों व पुलिस विभाग के आला अफसरों व कर्मचारियों द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है। इस बीच शहीद एसआई के पिता बृजकिशोर शर्मा ने कहा कि मुझे गर्व है, शासन ध्यान दे ताकि ऐसे एंकाउंटर न हों। कलेजा फट रहा है।
सरगुजा जिले के अंबिकापुर-दरिमा मार्ग पर स्थित शहर से लगे ग्राम खाला निवासी एसआई श्याम किशोर शर्मा शुक्रवार की रात नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। उनका पार्थिव शरीर चॉपर से दोपहर करीब डेढ़ बजे दरिमा हवाई पट्टी पहुंचा।
यहां से सडक़ मार्ग से तिरंगे में लिपटा शव उनके घर पहुंचा। यहां लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। वहीं एसपी, एएसपी, सीएसपी, एसडीओपी समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।
चार भाइयों में थे सबसे छोटे
शहीद एसआई श्याम किशोर शर्मा चार भाइयों में सबसे छोटे थे, उनकी शादी अभी नहीं हुई थी। उन्होंने बीएससी मैथ्स से गे्रजुएशन किया था।
चार भाइयों में थे सबसे छोटे
शहीद एसआई श्याम किशोर शर्मा चार भाइयों में सबसे छोटे थे, उनकी शादी अभी नहीं हुई थी। उन्होंने बीएससी मैथ्स से गे्रजुएशन किया था।