प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2017-18 के वित्तीय वर्ष के लिए राजस्व वसूली का लक्ष्य 6.50 करोड़ रुपए दिया गया था। ९ माह का समय बीत गया है, इसके बावजूद नगर निगम के राजस्व विभाग द्वारा महज ४ करोड़ रुपए राजस्व की वसूली की जा सकी है।
लक्ष्य से कम वसूली किए जाने की वजह से महापौर डॉ. अजय तिर्की ने शुक्रवार को राजस्व विभाग के नियमित व प्लेसमेंट कर्मचारियों की बैठक लेकर उनके द्वारा किए गए कामों का समीक्षा की। लक्ष्य से पिछडऩे की वजह जब महापौर द्वारा पूछी गई तो अधिकांश ने यही कहा कि वे अवकाश पर थे।
इससे नाराज होकर महापौर ने सभी राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों को 3 जनवरी तक का समय देने के साथ ही लक्ष्य के अनुरूप वसूली नहीं किए जाने पर निलंबन व बर्खास्तगी की कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी है।
18 कर्मचारियों ने वसूले महज 20 प्रतिशत राजस्व
राजस्व वसूली की समीक्षा करने के बाद महापौर को पता चला कि रेवेन्यू विभाग के 18 ऐसे कर्मचारी हैं, जिनके द्वारा पिछले ९ माह के दौरान महज 20 प्रतिशत ही राजस्व की वसूली की गई है।
इसमें 8 नियमित कर्मचारी व 10 प्लेसमेंट कर्मचारी शामिल हैं। नियमित कर्मचारियों को महापौर ने कहा है कि 3 जनवरी तक अगर लक्ष्य के अनुरूप राजस्व की वसूली नहीं कर पाते हैं तो उनका एक इंक्रीमेंट रोकने के साथ ही निलबंन की अनुशंसा भी की जाएगी।
इसके साथ ही प्लेसमेंट के कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से कहा गया है कि राजस्व की वसूली 50 प्रतिशत से कम होती है तो 3 जनवरी के बाद उन्हें घर वापस लौटा दिया जाएगा।