इस दौरान लोगों ने सीजीआरडीसी के ठेकेदार को भी सूचना दी लेकिन कुछ देर में आने की बात कहकर वह टाल गया और फोन उठाना बंद कर दिया। खबर प्रकाशन के दो दिन बाद सोमवार को ही लोगों की समस्याओं को देखते हुए महापौर डॉ. अजय तिर्की, एमआईसी सदस्य, कांग्रेस जिलाध्यक्ष समेत कई पदाधिकारी धरने पर बैठ गए।
उन्होंने रिंग रोड पर बने ड्रेनेज सिस्टम को लेकर फिर आपत्ति जताई। सूचना मिलते ही एसडीएम मौके पर पहुंचे तो महापौर ने उन्हें सीजीआरडीसी के ठेकेदार पर कार्रवाई करने की बात कही। इसके बाद उन्होंने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। वहीं कुछ ही देर में रिंग रोड पर नालियों की तोडफ़ोड़ शुरु कर दी गई।
गौरतलब है कि पिछली सरकार ने शहर के 11 किमी रिंग रोड को बनाने 98 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे। रिंग रोड निर्माण का जिम्मा छत्तीसगढ़ सडक़ विकास निगम (सीजीआरडीसी) को दिया गया था। सीजीआरडीसी द्वारा ठेकेदार के माध्यम से सडक़ का निर्माण तो कराया गया लेकिन अमानक स्तर का ड्रेनेज बना दिया गया।
ऐसे में बारिश का पानी अब रिंग रोड के किनारे रहने वाले लोगों के घरों में घुसने लगा। सबसे ज्यादा परेशानी मिशन चौक के पास रह रहे लोगों को हो रही है। 4 दिन पहले हुई तेज बारिश में 4-5 परिवारों के घरों में पानी घुस गया। जैसे-तैसे उन परिवारों की रात कटी। उन्होंने मामले की शिकायत महापौर से की।
इसके बाद सोमवार को महापौर डॉ. अजय तिर्की, एमआईसी सदस्य शफी अहमद, द्वितेंद्र मिश्रा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता, पूर्व जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक, जेपी श्रीवास्तव, प्रमोद चौधरी समेत अन्य कांग्रेसी नेता सोमवार को मिशन चौक पहुंचे। इसके बाद रिंग रोड पर बने ड्रेनेज सिस्टम का विरोध करते हुए सभी धरने पर बैठ गए।
धरने में भाजपा पार्षद आलोक दुबे भी शामिल हुए। इसकी सूचना मिलते ही प्रशासनिक महकमे में खलबली मच गई। फिर वहां एसडीएम पहुंचे तो नाली निर्माण कराने वाले ठेकेदार पर कार्रवाई तथा फिर से नाली निर्माण कराने को लेकर ज्ञापन सौंपा।
पहले भी लिखा गया था पत्र
धरने पर बैठे महापौर डॉ. अजय तिर्की ने कहा कि रिंग रोड पर अमानक स्तर की नाली का निर्माण किया गया है। जब इसका निर्माण किया जा रहा था उस समय भी मोहल्लेवासियों द्वारा विरोध किया गया था। ड्रेनेज सिस्टम को लेकर उनके द्वारा खुद सीजीआरडीसी को दो-तीन बार पत्र लिखा जा चुका है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद दबाव बनाने यहां आना पड़ा।
शुरु हुई नाली की तोडफ़ोड़
महापौर समेत अन्य कांग्रेसी नेताओं द्वारा एसडीएम को दिए गए ज्ञापन के बाद संबंधित द्वारा रिंग रोड पर बनी नालियों की तोडफ़ोड़ शुरु कराई गई। बताया जा रहा है कि नाली को तोडक़र उक्त स्थान पर फिर से नाली का निर्माण कराया जाएगा। इस दौरान काफी संख्या में मोहल्लेवासी भी मौजूद रहे।
नाली की जगह घरों में घुसता है पानी
सीजीआरडीसी के ठेकेदार द्वारा रिंग रोड पर ऐसा ड्रेनेज सिस्टम बनाया गया कि लोगों को बारिश के सीजन में बारिश के पानी से राहत मिलने की जगह परेशानी होने लगी। मोहल्लेवासियों के अनुसार जिस समय नाली का निर्माण कराया जा रहा था। उस समय भी विरोध किया गया था।
सीजीआरडीसी के ठेकेदार द्वारा रिंग रोड पर ऐसा ड्रेनेज सिस्टम बनाया गया कि लोगों को बारिश के सीजन में बारिश के पानी से राहत मिलने की जगह परेशानी होने लगी। मोहल्लेवासियों के अनुसार जिस समय नाली का निर्माण कराया जा रहा था। उस समय भी विरोध किया गया था।
इसके बावजूद ठेकेदार द्वारा निर्माण कराया गया। नाली का ढाल उल्टा होने के कारण सडक़ का पानी घरों में घुस जाता है। वहीं रिंग रोड का निर्माण भी सही ढंग से नहीं होने से बारिश में यह तालाब बन जाता है।