प्रायोगिक परीक्षा के संचालन के लिए महाविद्यालय के प्राचार्य को अधिकृत किया गया है किन्तु प्रायोगिक परीक्षा 15 मई तक सम्पन्न कराकर ऑनलाइन पोर्टल में अपलोड करनाअनिवार्य होगा। कुलसचिव ने बताया कि यदि किसी महाविद्यालय में प्रायोगिक परीक्षा वाह्य परीक्षकों एवं ऑफलाइन माध्यम से हुई होगी, उन्हें नियमानुसार यात्रा-भत्ता एवं पारिश्रमिक की पात्रता होगी। शेष प्रायोगिक परीक्षा आज से आंतरिक परीक्षकों के माध्यम से ऑनलाइन, ऑफलाइन मोड में प्राचार्यों के माध्यम से सम्पादित किया जायेगा। परीक्षा की तिथियों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है । परीक्षा पूर्व छात्रों को उत्तर पुस्तिकाएं बांटने हेतु महाविद्यालय द्वारा प्राप्त सुझाव के अनुसार नए निर्देश दिए गए हैं।
प्रायोगिक परीक्षाएं आयोजित कराने हेतु महाविद्यालयों को अधिकृत किया गया है। छात्र अपने प्रवेश पत्र के साथ जिस महाविद्यालय के माध्यम से अपना परीक्षा फार्म आवेदन किए हैं, उस महाविद्यालय में जाकर उत्तर पुस्तिका प्राप्त कर सकते हैं। विश्वविद्यालय द्वारा उत्तर पुस्तिका महाविद्यालय के माध्यम से आवंटित किए गए हैं। इस बैठक में अपर संचालक उप कुलसचिव अंताराम चौरे, डॉ. विजय रक्षित, डॉ बीपी तिवारी, डॉ. ज्योति सिन्हा, डॉ. रामकुमार मिश्र, डॉ. राजेश कुमार श्रीवास्तव, डॉ. रसीदा परवेज सहित कुल 65 प्राचार्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कुलसचिव विनोद कुमार एक्का ने किया ।