scriptकलक्टर के आदेश के बाद भी माइक्रोफायनेंस कंपनियां ऋण वसूली के लिए महिलाओं पर बना रहीं दबाव | Microfinance companies: Microfinance companies make pressure for loan | Patrika News

कलक्टर के आदेश के बाद भी माइक्रोफायनेंस कंपनियां ऋण वसूली के लिए महिलाओं पर बना रहीं दबाव

locationअंबिकापुरPublished: Jan 09, 2021 10:48:55 pm

Microfinance companies: वसूली के लिए फिर दबाव बनाए जाने की शिकायत (Complaint) पर जनप्रतिनिधियों द्वारा बैठक लेकर महिला समूहों (Women group) को किया गया आश्वस्त, कहा- माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के एजेंटों (Agents) से डरने की जरूरत नहीं, जांच होने तक एक रुपए भी न दें

कलक्टर के आदेश के बाद भी माइक्रोफायनेंस कंपनियां ऋण वसूली के लिए महिलाओं पर बना रहीं दबाव

Jila panchayat members in meeting

अंबिकापुर. माइक्रोफाइनेंस कंपनियों (Microfinance companies) द्वारा सरगुजा के ग्रामीण क्षेत्रों में विगत 3-4 वर्षों से महिला समूहों के जरिए फाइनेंस करके नकद राशि निकलवा कर उन्हें कुछ राशि देकर एक बड़ी जालसाजी की गई है। इसकी शिकायत आने पर कलक्टर (Collector) ने नियमानुसार तुरंत जांच टीम गठित कर प्रथम दृष्टि में शिकायत को सही पाया। कलक्टर ने जांच होने तक सभी लेन-देन पर रोक लगा दी है।

इधर माइक्रोफाइनेंस कंपनी के बिचौलियों एवं वसूली एजेंटों द्वारा रोक के बावजूद महिलाओं से ऋण वसूली किए जाने हेतु दबाव बनाया जा रहा है। इसकी शिकायत पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष राकेश गुप्ता, जनपद अध्यक्ष ननकी सिंह, जिला पंचायत सदस्य अनीमा केरकेट्टा, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी दरिमा के अध्यक्ष वायुश्री सिंह, सरपंच दरिमा, छिंदकालो और महुआ टिकरा की लगभग 24 पंचायतों की महिलाओं के साथ एक बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जनपद पंचायत सीईओ एसएन तिवारी, दरिमा के टीआई और एनआरएलएम के प्रबंधक मौजूद रहे। जिला पंचायत उपाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपको माइक्रोफाइनेंस के किसी भी एजेंट से डरने की जरूरत नहीं है। हमारे रहते हुए कोई भी एजेंट दुव्र्यवहार नहीं कर सकता।
मैं आप सभी के साथ हमेशा खड़ा रहूंगा। जब तक जांच पूरी नही हो जाती आपको किसी को माइक्रोफाइनेंस बैंक या एजेंट को 1 रुपए भी देने की जरूरत नही है। सभी वक्ताओं ने भी एक ही बात कही कि आप लोगों को उच्च न्यायालय एवं जिला प्रशासन से जांच चलने तक किसी भी प्रकार का भुगतान माइक्रोफाइनेंस कंपनियों को करने की आवश्यकता नहीं है। साथ ही यदि कोई एजेंट वसूली करने आता है तो उसकी शिकायत थाने में करें।
कलक्टर के आदेश के बाद भी माइक्रोफायनेंस कंपनियां ऋण वसूली के लिए महिलाओं पर बना रहीं दबाव
बैठक के माध्यम से माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के एजेंटों को भी यह हिदायत दी गई कि जब तक जांच चल रही है तब तक वसूली न की जाए। इस दौरान विजय सिंह, उत्तम कुमार राजवाड़े, सुनील मिश्रा, राम प्रकाश, संजू कश्यप, नारद गुप्ता, माधवेन्द्र सिंह, रामसाय, पंकज शुक्ला, नरेंद गुप्ता, गणेश यादव, पारस राजवाड़े, मनोज राजवाड़े, हिमांशु समेत अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।

तत्काल थाने में दर्ज कराएं शिकायत
दरिमा के टीआई ने भी बैठक को संबोधित करते हुए कहा की महिलाओं को किसी भी बाहरी व्यक्ति से डरने की और दबाव (Pressure) में आने की जरूरत नहीं है। यदि कोई बाहरी व्यक्ति आपसे अपशब्द या गलत व्यवहार करता है तो उसकी शिकायत तुरंत थाने में दर्ज करें।
जनपद सीईओ (Block CEO) एसएन तिवारी ने भी बिहान से जुड़ी महिलाओं को शासन की योजनाओं से जुडऩे की अपील की। एनआरएलएम के सुभाष मिश्रा ने महिलाओं जागरूकता का पाठ पढ़ाया और प्ले कार्ड कार्ड के माध्यम से अधिक से अधिक आय अर्जित करने की समझाइश दी।
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