गौरतलब है कि लटोरी चौकी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत कसकेला औरापारा निवासी कॉलरीकर्मी रामदास पैकरा का 27 वर्षीय पुत्र दीपक पैकरा इसरो अहमदाबाद में वर्ष 2018-19 से वैज्ञानिक सी के पद पर पदस्थ है। बताया जा रहा है कि वैज्ञानिक दीपक पैकरा रक्षाबंधन पर्व मनाने 5 अगस्त को अहमदाबाद से गृहग्राम कसकेला आने निकला था। 6 अगस्त को वैज्ञानिक के नागपुर पहुंचने की जानकारी मिली थी। इसके बाद से उसका मोबाइल स्वीच ऑफ बताने लगा था। उसका आखिरी लोकेशन ओडिशा के पुरी बता रहा था।
इसके पश्चात परिजन की सूचना पर एसपी रामकृष्ण साहू के निर्देश पर लटोरी पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए तत्काल दो सदस्यीय टीम को परिजन के साथ ओडिशा के पुरी रवाना कर दिया था। पुरी पहुंची टीम ने विवेचना में पाया था कि गायब वैज्ञानिक होटल ब्लू मून में ठहरा था लेकिन बिना जानकारी दिए वहां से निकल गया था। इसके पश्चात 8 अगस्त के बाद से वैज्ञानिक का मोबाइल स्वीच ऑफ होने की वजह से संपर्क नहीं हो पा रहा था।
अकाउंट से रुपए निकाले तब परिजन को मिली जानकारी
दीपक पैकरा ने शनिवार को जब दोपहर ढाई बजे अपने अकाउंट से 3 हजार रुपए आहरित किया तब मोबाइल ट्रांजेक्शन के माध्यम से इसकी जानकारी परिजन को हो गई। परिजन द्वारा तत्काल लटोरी चौकी प्रभारी धनन्जय पाठक को सूचना दी। तब चौकी प्रभारी ने तत्काल उड़ीसा के सी बीज थाना प्रभारी पुरी को सूचना दी। जिस पर सी बीज पुरी थाना प्रभारी ने तत्काल दलबल के साथ मौके पर पुरी रेलवे स्टेशन से लापता वैज्ञानिक दीपक पैकरा को बरामद कर लिया। साथ ही मामले की सूचना लटोरी चौकी प्रभारी को दी। फिर परिजन के साथ लटोरी चौकी की दो सदस्यीय टीम उड़ीसा पुरी में वैज्ञानिक को लेकर वापस लौट आई है। बताया जा रहा है कि युवा वैज्ञानिक दीपक पैकरा किसी बात को लेकर तनाव में भी है। लेकिन इसका कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।