एक लाख से अधिक श्रद्धालु रामगढ़ में किए दर्शन-पूजन
उदयपुर. रामगढ़ में चैत्र नवरात्रि के अवसर पर भव्य एवं विशाल मेला का आयोजन होता है। इसी तारतम्य में 2 अप्रैल से आयोजित मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु राम जानकी मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे। रामनवमी पर श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला 9 तारीख की रात को 2 बजे से प्रारंभ हुआ था 10 तारीख को सायं 7 बजे तक अनवरत चलता रहा। उसके बाद भी लोगों का आनाजाना जारी रहा है। 2 साल बाद आयोजित हो रहे मेले के लिए प्रशासनिक अमले द्वारा विभिन्न प्रकार के इंतजाम किए गए थे। वाहनों को मेला स्थल सीता बेंगरा में ही खड़ा करा दिया गया था, लोगों को यहां से पैदल यात्रा करके राम जानकी मंदिर पहुंचना पड़ा। पैदल 3 किलोमीटर लंबे सफर में सीढ़ी तक प्रशासनिक अमला, समिति एवं विभिन्न व्यापारिक संगठनों, अग्रवाल समाज के सदस्यों द्वारा भंडारा, गुड़, चना, पानी की व्यवस्था की गई थी जिससे लोगों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो। पानी के लिए 10 टैंकरों की व्यवस्था सामूहिक रूप से थी। युवा मित्र मंडली एवं उनके सदस्यों द्वारा 40 हजार पानी के पाउच बांटे ग। अग्रवाल सभा उदयपुर, लखनपुर एवं डांडग़ांव द्वारा भंडारा का आयोजन किया गया। लाला खजान चंद सेवा समिति द्वारा 2 दिवसीय भंडारा लगाया गया था। मानव सेवा समिति, महिला उत्थान कल्याण समिति द्वारा भी गुड़ एवं पानी की व्यवस्था तथा चने की व्यवस्था की गई थी। सीढ़ी के समीप अंबिकापुर के अग्रवाल समाज के सदस्यों द्वारा पानी व भंडारा की व्यवस्था की गई थी। सीढ़ी के ऊपर मंदिर के समीप ग्राम पंचायत रामनगर सरपंच ललिता टेकाम व रोहित टेकाम द्वारा पानी की व्यवस्था श्रद्धालुओं के लिए की गई थी। स्थानीय नागरिक देवलाल व नोटरी बिजेंद्र पांडे द्वारा बूंदी-पानी की व्यवस्था की गई। नोडल अधिकारी रवि भोजवानी नायब तहसीलदार के मार्गदर्शन में पुलिस व मेला समिति के सहयोग से शांतिपूर्ण ढंग से मेला संपन्न हुआ। लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने रामगढ़ के दर्शन किए हैं। एसडीएम प्रशिक्षु आईएएस श्वेता सुमन एवं डिप्टी कलेक्टर अनिकेत साहू द्वारा मेले की सतत निगरानी की गई। मंत्री प्रतिनिधि सिद्धार्थ सिंह देव, जिला पंचायत सदस्य राजनाथ सिंह तथा अन्य जनप्रतिनिधियों ने मेला के सफल आयोजन में अपना योगदान दिया।
उदयपुर. रामगढ़ में चैत्र नवरात्रि के अवसर पर भव्य एवं विशाल मेला का आयोजन होता है। इसी तारतम्य में 2 अप्रैल से आयोजित मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु राम जानकी मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे। रामनवमी पर श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला 9 तारीख की रात को 2 बजे से प्रारंभ हुआ था 10 तारीख को सायं 7 बजे तक अनवरत चलता रहा। उसके बाद भी लोगों का आनाजाना जारी रहा है। 2 साल बाद आयोजित हो रहे मेले के लिए प्रशासनिक अमले द्वारा विभिन्न प्रकार के इंतजाम किए गए थे। वाहनों को मेला स्थल सीता बेंगरा में ही खड़ा करा दिया गया था, लोगों को यहां से पैदल यात्रा करके राम जानकी मंदिर पहुंचना पड़ा। पैदल 3 किलोमीटर लंबे सफर में सीढ़ी तक प्रशासनिक अमला, समिति एवं विभिन्न व्यापारिक संगठनों, अग्रवाल समाज के सदस्यों द्वारा भंडारा, गुड़, चना, पानी की व्यवस्था की गई थी जिससे लोगों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो। पानी के लिए 10 टैंकरों की व्यवस्था सामूहिक रूप से थी। युवा मित्र मंडली एवं उनके सदस्यों द्वारा 40 हजार पानी के पाउच बांटे ग। अग्रवाल सभा उदयपुर, लखनपुर एवं डांडग़ांव द्वारा भंडारा का आयोजन किया गया। लाला खजान चंद सेवा समिति द्वारा 2 दिवसीय भंडारा लगाया गया था। मानव सेवा समिति, महिला उत्थान कल्याण समिति द्वारा भी गुड़ एवं पानी की व्यवस्था तथा चने की व्यवस्था की गई थी। सीढ़ी के समीप अंबिकापुर के अग्रवाल समाज के सदस्यों द्वारा पानी व भंडारा की व्यवस्था की गई थी। सीढ़ी के ऊपर मंदिर के समीप ग्राम पंचायत रामनगर सरपंच ललिता टेकाम व रोहित टेकाम द्वारा पानी की व्यवस्था श्रद्धालुओं के लिए की गई थी। स्थानीय नागरिक देवलाल व नोटरी बिजेंद्र पांडे द्वारा बूंदी-पानी की व्यवस्था की गई। नोडल अधिकारी रवि भोजवानी नायब तहसीलदार के मार्गदर्शन में पुलिस व मेला समिति के सहयोग से शांतिपूर्ण ढंग से मेला संपन्न हुआ। लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने रामगढ़ के दर्शन किए हैं। एसडीएम प्रशिक्षु आईएएस श्वेता सुमन एवं डिप्टी कलेक्टर अनिकेत साहू द्वारा मेले की सतत निगरानी की गई। मंत्री प्रतिनिधि सिद्धार्थ सिंह देव, जिला पंचायत सदस्य राजनाथ सिंह तथा अन्य जनप्रतिनिधियों ने मेला के सफल आयोजन में अपना योगदान दिया।