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महानवमी व रामजन्मोत्सव पर हुई पूजा-अर्चना

locationअंबिकापुरPublished: Apr 11, 2022 08:56:02 pm

Submitted by:

Pranay Rana

एक लाख से अधिक श्रद्धालु रामगढ़ में किए दर्शन-पूजन

महानवमी व रामजन्मोत्सव पर हुई पूजा-अर्चना

महानवमी व रामजन्मोत्सव पर हुई पूजा-अर्चना

जयनगर. चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि पर देवीधामों में भक्तों ने पूजा अर्चना कर हवन पूर्णाहुति दी। मंदिरों में आज नवरात्रि के अंतिम दिन बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ एकत्र हो गई थी। गौरतलब है कि चैत्र नवरात्रि पर कोविड की वजह से दो वर्षों बाद देवी धामों के पट खुले रहने पर काफी उत्साह व भक्तिभाव के साथ लोगों ने विधिवत पूजा अर्चना की। महानवमी व रामनवमी को लेकर भक्तों में खासा उत्साह देखने को मिला। लोगों ने मंदिरों में सुबह से ही पहुंचकर पूजा अर्चना कर सामूहिक हवन में अपनी पूर्णाहुति दी। इसके पश्चात उपासकों द्वारा पारण कर उपवास को खत्म किया गया। केनापारा में स्थित आदिशक्ति मां समलेश्वरी महामाया मन्दिर व स्वयं भू मां कालरात्रि मन्दिर के अलावे क्षेत्र के सभी देवी धामों में लोग सुबह से ही पहुंचकर विधिवत पूजा अर्चना की। सिलफिली-कमलपुर में स्थित माता शीतला मन्दिर में बीते मध्यरात्रि को काली पूजा व कालीघाट स्थित मंदिर में भी विधिवत पूजन कार्यक्रम संपन्न कराया गया। पूर्णाहुति उपरांत मंदिरों में सामूहिक कन्याभोज का कार्यक्रम भी उपासकों द्वारा संपन्न कराया गया। रामनवमी के अवसर पर लोगों ने मंदिरों व घरों में उत्साह के साथ रामजन्मोत्सव भी मनाया। रामनवमी व नवरात्रि के महानवमी तिथि को लेकर आज क्षेत्र में भक्तिमय वातावरण निर्मित हो गया था।
एक लाख से अधिक श्रद्धालु रामगढ़ में किए दर्शन-पूजन
उदयपुर. रामगढ़ में चैत्र नवरात्रि के अवसर पर भव्य एवं विशाल मेला का आयोजन होता है। इसी तारतम्य में 2 अप्रैल से आयोजित मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु राम जानकी मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे। रामनवमी पर श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला 9 तारीख की रात को 2 बजे से प्रारंभ हुआ था 10 तारीख को सायं 7 बजे तक अनवरत चलता रहा। उसके बाद भी लोगों का आनाजाना जारी रहा है। 2 साल बाद आयोजित हो रहे मेले के लिए प्रशासनिक अमले द्वारा विभिन्न प्रकार के इंतजाम किए गए थे। वाहनों को मेला स्थल सीता बेंगरा में ही खड़ा करा दिया गया था, लोगों को यहां से पैदल यात्रा करके राम जानकी मंदिर पहुंचना पड़ा। पैदल 3 किलोमीटर लंबे सफर में सीढ़ी तक प्रशासनिक अमला, समिति एवं विभिन्न व्यापारिक संगठनों, अग्रवाल समाज के सदस्यों द्वारा भंडारा, गुड़, चना, पानी की व्यवस्था की गई थी जिससे लोगों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो। पानी के लिए 10 टैंकरों की व्यवस्था सामूहिक रूप से थी। युवा मित्र मंडली एवं उनके सदस्यों द्वारा 40 हजार पानी के पाउच बांटे ग। अग्रवाल सभा उदयपुर, लखनपुर एवं डांडग़ांव द्वारा भंडारा का आयोजन किया गया। लाला खजान चंद सेवा समिति द्वारा 2 दिवसीय भंडारा लगाया गया था। मानव सेवा समिति, महिला उत्थान कल्याण समिति द्वारा भी गुड़ एवं पानी की व्यवस्था तथा चने की व्यवस्था की गई थी। सीढ़ी के समीप अंबिकापुर के अग्रवाल समाज के सदस्यों द्वारा पानी व भंडारा की व्यवस्था की गई थी। सीढ़ी के ऊपर मंदिर के समीप ग्राम पंचायत रामनगर सरपंच ललिता टेकाम व रोहित टेकाम द्वारा पानी की व्यवस्था श्रद्धालुओं के लिए की गई थी। स्थानीय नागरिक देवलाल व नोटरी बिजेंद्र पांडे द्वारा बूंदी-पानी की व्यवस्था की गई। नोडल अधिकारी रवि भोजवानी नायब तहसीलदार के मार्गदर्शन में पुलिस व मेला समिति के सहयोग से शांतिपूर्ण ढंग से मेला संपन्न हुआ। लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने रामगढ़ के दर्शन किए हैं। एसडीएम प्रशिक्षु आईएएस श्वेता सुमन एवं डिप्टी कलेक्टर अनिकेत साहू द्वारा मेले की सतत निगरानी की गई। मंत्री प्रतिनिधि सिद्धार्थ सिंह देव, जिला पंचायत सदस्य राजनाथ सिंह तथा अन्य जनप्रतिनिधियों ने मेला के सफल आयोजन में अपना योगदान दिया।

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