उसे तत्काल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां इलाज के बाद उसकी जान बच गई। इधर पति ने शुक्रवार को कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई कि पत्नी मायके में है और रुपए नहीं लौटा रही है। पुलिस मामले की विवेचना में जुट गई है।
अंबिकापुर के नवागढ़ निवासी मंतोष सारथी पिता सुखदेव सारथी 34 वर्ष ने घर बनाने के लिए महिला स्व-सहायता समूह से उधार में 24 हजार रुपए लिए थे। उसने रुपयों को घर पर ही रख दिया था। उसकी पत्नी शराब पीने की आदी थी तथा उसकी पति के रुपयों पर नजर थी। 20 मार्च की सुबह पति
काम करने घर से बाहर गया हुआ था।
इस दौरान उसकी पत्नी नमो सारथी नशे में धुत्त होकर डेढ़ माह के बेटे को गोद में लेकर घर पहुंची। इस दौरान उसने 24 हजार रुपए निकाल लिए और दूधमुंहे बेटे को जमीन पर पटक कर फरार हो गई। जमीन पर पटकने से मासूम बेहोश हो गया। घर के अन्य लोगों ने बच्चे को जब इस हालत में देखा तो मंतोष को सूचना दी। इसके बाद उसे तत्काल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यहां समय पर इलाज शुरु हो जाने से बालक की जान बच गई। इसकी शिकायत पति ने उसी दिन कोतवाली में दर्ज कराई थी। बताया जा रहा है कि पत्नी का मायका मैनपाट में है तथा वह वारदात के दिन से वहीं रह रही है। शुक्रवार को पति दोबारा कोतवाली में पहुंचा। उसने पुलिस को बताया कि पत्नी अब रुपए नहीं दे रही है। दूधमुंहे बेटे का भी उसे गम नहीं है। मामले की शिकायत पर पुलिस ने विवेचना प्रारंभ कर दी है।