बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस के ही कई पार्षद नाराज थे वे कार्यक्रम से खुद को अलग रखे हुए थे, हालांकि बाद में उन्हें मनाकर कार्यक्रम में ले जाया गया था। लेकिन यह बेमेल संबंध जैसा ही था। रंगमंच में आयोजित समारोह में औपचारिक तौर पर रविवार को नव निर्वाचित अध्यक्ष केके अग्रवाल ने कांग्रेस के कई दिग्गजों की उपस्थिति में पदभार संभाला।
बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम के आयोजन के पूर्व कांग्रेस के ही पार्षदो से कोई राय सलाह नहीं ली गई, बल्कि वे उपेक्षित रहे जिस कारण कांग्रेस के कई पार्षद इससे दूरी बनाए हुए थे। सूत्र बताते हंै कि अम्बिकापुर के जब दिग्गज नेता यहां पहुंचे तो उन्होंने मान-मनव्वल कर कांग्रेस के सभी पार्षदों को कार्यक्रम में शामिल कराया। दूसरी ओर भाजपा भी इस कार्यक्रम से नाराज थी। भाजपा की नाराजगी की वजह छपे आमंत्रण पत्र में नव निर्वाचित उपाध्यक्ष रितेश गुप्ता का नाम न होने को लेकर थी। भाजपा ने तो इसकी शिकायत भी अफसरों से की, परन्तु कोई हल निकलता नही दिखा तो कार्यक्रम से दूरी बनाने में ही भलाई समझी।
नहीं पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री
यह कार्यक्रम कांग्रेस के पार्षद व भाजपा की नाराजगी की वजह से तो चर्चा में रहा ही। इसके अलावे मुख्य अतिथि के तौर पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को आमंत्रित किया गया था और आयोजकों को पूर्णं भरोसा था कि वे कार्यक्रम में पहुंचेंगे, परन्तु उनके नही पहुंचने से न केवल आयोजक हताश रहे, बल्कि यह और चर्चा का विषय बन गया। वैसे भीटीएस सिंहदेव ने यहां कांग्रेस के पूर्णं बहुमत के बाद भी भाजपा का उपाध्यक्ष बन जाने की वजह से काफी नाराजगी जताई थी।